Edited By ashwani,Updated: 20 Oct, 2020 07:40 PM
चंडीगढ़ से चलने वाली चंडीगढ़-गोरखपुर, चंडीगढ़-पाटलीपुत्र में वेङ्क्षटग 50 से पार
अंबाला से चलने वाली ट्रेनों में भी वेिटंग 200 से 300 के बीच
चंडीगढ़, (लल्लन यादव): चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से भले ही उत्तर प्रदेश व बिहार के लिए ट्रेनें अभी नहीं चली हैं, लेकिन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली दो ट्रेनों की बुङ्क्षकग फुल हो चुकी है, जबकि तीसरी ट्रेन चंडीगढ़-लखनऊ में अभी सीटें उपलब्ध हैं।
जानकारी के अनुसार रेलवे की तरफ से त्योहारों के सीजन को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने उत्तर प्रदेश व बिहार के जाने के लिए चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चंडीगढ़-गोरखपुर व चंडीगढ़-पाटलीपुत्र स्पैशल ट्रेन को 21 अक्तूबर से चलाने का फैसला किया था, लेकिन किसान आंदोलन के चलते बोर्ड ने सभी ट्रेनों को 21 अक्तूबर तक रद्द कर दिया है, लेकिन यही नहीं चंडीगढ़ से चलने वाली दो ट्रेनों में 19 नवम्बर तक सीटें उपलब्ध नहीं हैं। इनकी वेङ्क्षटग तकरीबन 50 से अधिक हो गई है। हालांकि चंडीगढ़ से लखनऊ जाने वाली सद्भावना स्पैशल ट्रेन में अभी सीटें उपलब्ध हैं। दूसरी तरफ अंबाला से यू.पी. व बिहार जाने वाली ट्रेनों का इससे भी बुरा हाल है। उनकी वेङ्क्षटग तकरीबन 200 से अधिक हो गई है।
बसों का किराया 1500 से अधिक
त्यौहारों के सीजन में अपने निवास स्थान पहुंचने के लिए लोग बसों का भी सहारा ले रहे हैं लेकिन सरकारी बसों से ज्यादा इन दिनों प्राइवेट बसों का बोलबाला है। निजी बसों के संचालक इन दिनों सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक संदेश देने में लगे हुए हैं। निजी बस संचालकों प्रति व्यक्ति तकरीबन 1500 रुपए से अधिक किराया ले रहे हैं, जबकि ट्रेनों का किराया 500 से लगाए 800 रुपए तक ही है।