Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Apr, 2018 12:38 PM
चंडीगढ़ व अम्बाला से दूसरे राज्यों में जाने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन न मिलने के बाद कई लोग तत्काल टिकट योजना का लाभ उठाना चाहते हैं लेकिन स्थिति यह है कि लोगों को तत्काल टिकट भी आसानी से नहीं मिल रहा है।
चंडीगढ़ (लल्लन): चंडीगढ़ व अम्बाला से दूसरे राज्यों में जाने वाली ट्रेनों में रिजर्वेशन न मिलने के बाद कई लोग तत्काल टिकट योजना का लाभ उठाना चाहते हैं लेकिन स्थिति यह है कि लोगों को तत्काल टिकट भी आसानी से नहीं मिल रहा है।
लोग तत्काल टिकट लेने के लिए रिजर्वेशन सैंटरों में ही रात काटने के लिए मजबूर हो रहे हैं। तत्काल टिकट के लिए मारामारी का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि शहर में चल रहे रिजर्वेशन सैंटरों में लोग एक दिन पहले ही पेपर पर अपना नाम लिखकर चिपका जा रहे हैं लेकिन रिजर्वेशन सैंटर पर नंबर आने से पहले ही तत्काल टिकटों की वेटिंग शुरू हो जाती है।
चंडीगढ़ तथा अम्बाला से चलने वाली ट्रेनों में 20 जून तक सीट मिलने की कोई संभावना नहीं है। हालांकि रेलवे की ओर से ट्रेनों में भीड़ को देखते हुए अम्बाला तथा चंडीगढ़ से 1-1 सप्ताहिक टे्रन चलाई गई है लेकिन इन ट्रेनों में भी टिकट नहीं मिल रहा है।
ट्राईसिटी में तकरीबन 10 जगह रेलवे रिजर्वेशन सैंटर बनाए गए हैं। इनमें से चंडीगढ़ में चल रहे 6 सैंटरों पर तो लोग तत्काल टिकट के लिए रात भी गुजार रहे हैं। इसके बाद भी लोगों को तत्काल टिकट नहीं मिल रहा है।
लोगों का आरोप है कि सैटरों पर लाइन लगने के बाद जब टिकट काऊंटर पर नंबर आता है तो सिर्फ 2 लोगों को ही टिकट मिल पाती है। इसके बाद सभी लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। इस कारण लोग पहले व दूसरे नंबर के लिए रिजर्वेशन सैंटरों पर ही सोकर अपना नंबर लगा रहे हैं।
पेपर पर नाम लिख लगा जाते हैं एक दिन पहले नंबर
रेलवे की ओर से टोकन सिस्टम शुरू न करने के कारण लोग टिकट के लिए खिड़की पर अपना नंबर लगाने के लिए पेपर का प्रयोग कर रहे हैं। लोग रिजर्वेशन सैंटर पर एक दिन पहले ही पेपर लगाकर अपना नाम लिख जा रहे हैं।
इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि तत्काल टिकट को लेकर क्या स्थिति है। यदि रेलवे की ओर से टोकन प्रणाली शुरू कर दी गई होती तो लोगों को रात को सैटरों पर नहीं सोना पड़ता।
सैक्टर-22 के पोस्ट ऑफिस में हंगामा
तत्काल टिकट को लेकर सोमवार सुबह पोस्ट ऑफिस-22 में हंगामा हो गया। कजहेड़ी गांव के निवासी राजेश कुमार ने बताया कि तत्काल टिकट के लिए रविवार रात को वह अपना नंबर लगाकर पूरी रात यहीं सोए थे लेकिन सोमवार को जब पोस्ट ऑफिस खुला तो पोस्टमास्टर की ओर से कहा गया कि जो मैडम रेलवे टिकट काटती हैं वह बीमार होने के कारण ऑफिस नहीं आ रही है।
इस कारण हम आज तत्काल टिकट नहीं दे सकते हैं। इस पर लोगों ने काफी बहस भी की। राजेश ने बताया कि रविवार की रात स्लीपर क्लास के लिए 15 लोग तथा ए.सी. क्लास के लिए 10 लोग पूरी रात लाइन में थे।
अप्रैल तक वेटिंग लिस्ट
ट्रेन संख्या वेटिंग संख्या
15904 332
15708 212
13308 नो वेटिंग
13152 161
12332 120
12318 293
18104 नो वेटिग
15934 नो वेटिंग
12238 नो वेटिंग
13006 नो वेटिंग
अप्रैल में कई टे्रनों में वेटिंग टिकट भी नहीं
लंबे रूट पर जाने वाली ट्रेनों की स्थिति पर ध्यान दिया जाए तो कई ऐसी ट्रेनें हैं जिनमें अप्रैल माह तक वेटिंग टिकट भी उपलब्ध नहीं है। हालांकि जून के दूसरे सप्ताह में ट्रेनो में टिकट मिल रही हैं लेकिन मई माह में भी वेटिंग लिस्ट 100 के आसपास हैं।