Edited By Priyanka rana,Updated: 08 May, 2019 10:33 AM
सैक्टर-31, 29, इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-1 और 2 के राऊंडअबाऊट में बनने जा रहे फ्लाईओवर के निर्माण का काम अभी शुरू भी नहीं हुआ है कि लगभग 700 पेड़ों की कुर्बानी देने की कवायद शुरू कर दी गई है।
चंडीगढ़(विजय) : सैक्टर-31, 29, इंडस्ट्रीयल एरिया फेज-1 और 2 के राऊंडअबाऊट में बनने जा रहे फ्लाईओवर के निर्माण का काम अभी शुरू भी नहीं हुआ है कि लगभग 700 पेड़ों की कुर्बानी देने की कवायद शुरू कर दी गई है। ये पेड़ फ्लाईओवर के निर्माण के बीच में आ रहे हैं। बकायदा पेड़ों की मार्किंग हो चुकी है लेकिन न तो चंडीगढ़ प्रशासन और न ही नगर निगम की ओर से पेड़ों को काटने की परमिशन ली गई है।
नियम के मुताबिक शहर के किसी भी हिस्से में अगर एक पेड़ भी कटता है तो पहले फॉरेस्ट डिपार्टमैंट से परमिशन लेनी होती है। मगर डिपार्टमैंट से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक यू.टी. और नगर निगम की ओर से इस तरह की कोई भी परमिशन नहीं मांगी गई है इसलिए फिलहाल पेड़ों को नहीं काटा जाएगा। जिन पेड़ों को काटने की तैयारी चल रही है, उनमें से कुछ प्रशासन तो कुछ नगर निगम के अंतर्गत आते हैं।
इनमें से अधिकांश आम के पेड़ हैं। इन पेड़ों को बचाने के लिए भी शहर के लोगों ने अभियान शुरू कर दिया है लेकिन फॉरेस्ट डिपार्टमैंट की ओर से साफतौर से कह दिया गया है कि जब तक पेड़ों को काटने के लिए कोई एप्लिकेशन नहीं आती है, तब तक किसी पेड़ को नहीं काटा जा सकता।
कम हो सकती है संख्या :
अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि फ्लाईओवर के लिए 700 पेड़ कटेंगे या इससे कम लेकिन फॉरैस्ट डिपार्टमैंट ने तय कर लिया है कि इस प्रोजैक्ट के लिए अधिक से अधिक पेड़ों को बचाया जाएगा। इसके लिए बकायदा डिपार्टमैंट की टीम मौके पर जाकर चेक करेगी। अगर कुछ फुट का भी अंतर पाया गया तो पेड़ को काटने की परमिशन नहीं दी जाएगी।