Edited By pooja verma,Updated: 15 Nov, 2019 11:28 AM
चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड नए प्रोजैक्ट पर काम कर रहा है, जिससे अंडरग्राऊंड केबल डालने व मुरम्मत करने में रोड को कोई नुक्सान नहीं होगा।
चंडीगढ़ (राजिंद्र): चंडीगढ़ हाऊसिंग बोर्ड नए प्रोजैक्ट पर काम कर रहा है, जिससे अंडरग्राऊंड केबल डालने व मुरम्मत करने में रोड को कोई नुक्सान नहीं होगा। इसके लिए बोर्ड द्वारा अंडरग्राऊंड सर्विस डक्ट बनाई जाएगी। आई.टी. पार्क के हाऊसिंग प्रोजैक्ट से बोर्ड द्वारा इसकी शुरूआत की जाएगी। इसकी अप्रूवल के लिए शुक्रवार को बोर्ड ऑफ डायरैक्टर की मीटिंग में प्रस्ताव रखा जाएगा।
टैलीफोन, इंटरनैट व अन्य सर्विसिज के लिए केबल डाली जाती है। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि आई.टी. पार्क में हाऊसिंग प्रोजैक्ट शुरू होने वाला है। हाऊसिंग प्रोजैक्ट में ही वह नए प्रोजैक्ट को लागू करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी फिलहाल सरकारी व प्राइवेट एजैंसियां आती हंै और केबल डालने के लिए सड़क की खुदाई कर देती है। इससे कई बार नई सड़क को भी नुक्सान हो जाता है।
लेकिन पहले से ही सर्विस डक्ट बने होने से कोई भी नई केबल डालने के लिए सड़क की खुदाई करने की जरूरत नहीं होगी। इससे डक्ट के जरिए डाला जा सके। साथ ही अगर कोई मुरम्मत की जरूरत भी पड़ती है तो भी डक्ट के जरिए ही उसे ठीक किया जा सकेगा। पुराने प्रोजैक्ट में तो यह संभव नहीं है, लेकिन बोर्ड अपने हर नए प्रोजैक्ट पर इसे अपनाने पर विचार कर रहा है। इसके लिए नई रोड की दोनों तरफ ही अंडरग्राऊंड सर्विस डक्ट बनाई जाएगी।
बोर्ड ने की दूसरे राज्यों में प्रोजैक्ट की स्टडी
बोर्ड ने दूसरे राज्यों में जाकर भी इस प्रोजैक्ट की स्टडी की है। हाल ही में एक टीम दिल्ली में भी स्टडी करके आई है। इससे पहले भी मीटिंग में इस प्रस्ताव को रखा गया था, लेकिन चीफ आर्कीटैक्ट विभाग ने गैस पाइपलाइन को भी इसमें डालने के विकल्प तलाशने के लिए बोला था।
इसके बाद ही तय किया गया था कि यहां जो सर्विस डक्ट बनाई जानी है, वह बहुत छोटी है, इसलिए उसमें से गैस पाइप लाइन निकालना खतरनाक हो सकता है। दिल्ली व अन्य शहरों में यह डक्ट बड़ी बनाई गई है। यही कारण है कि बोर्ड ने इसमें से सिर्फ केबल डालने का ही प्रस्ताव तैयार किया है।