Edited By pooja verma,Updated: 25 Mar, 2019 12:20 PM
जीरकपुर व आसपास के क्षेत्र में चार चक्कियां पानी की चलती थी, आज के समय में उसी जीरकपुर में भू-जल का स्तर इतना अधिक गिर चुका है कि आने वाले समय में यहां पानी की गंभीर समस्या होने के आसार दिखाई दे रहे है। अभी तक न तो स्थानीय प्रशासन व न ही सरकार का इस...
जीरकपुर (स.ह.): जीरकपुर व आसपास के क्षेत्र में चार चक्कियां पानी की चलती थी, आज के समय में उसी जीरकपुर में भू-जल का स्तर इतना अधिक गिर चुका है कि आने वाले समय में यहां पानी की गंभीर समस्या होने के आसार दिखाई दे रहे है। अभी तक न तो स्थानीय प्रशासन व न ही सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जबकि जीरकपुर शहर की आज आबादी दो लाख के करीब पहुंच चुकी है।
पानी ढकौली, सनौली और आसपास के एरिया से जमीन से निकलकर बाहर आता था। इससे इस एरिया के लोगों को गेहूं पिसने के लिए यहां चार चक्कियां लगी थीं। पानी इतना था कि अगर जमीन में तीन फीट भी गहरी खुदाई हो गई तो पानी जमा होने लगता था। वह पानी पीने लायक था। अब यहां जमीन के अदर अब 400 फीट पर भी पीने योग्य नहीं है।
आज पानी को बचाने के लिए काम नहीं हो रहा है। इससे यहां आने वाली पीढ़ी के सामने पानी का सबसे बड़ा संकट होगा। जीरकपुर में अब कई ट्यूबवैल सूखने लगे हैं । इसके लिए एक ही विकल्प है कि यहां हरेक घर को यह जरूरी किया जाना चाहिए कि मकान बनाने के दौरान ही हार्वेस्टिंग सिस्टम लगे। इससे कुछ असर होगा।