Edited By pooja verma,Updated: 30 Apr, 2019 01:44 PM
आज दोपहर यहां के निकटवर्ती गांव घडूंआं में बिजली विभाग के ग्रिड से हुई स्पार्किंग के साथ लगी भयानक आग ने चार गांवों के किसानों की 200 एकड़ से भी अधिक गेहूं व नाड़ जलाकरराख कर दी।
खरड़ (रणबीर): आज दोपहर यहां के निकटवर्ती गांव घडूंआं में बिजली विभाग के ग्रिड से हुई स्पार्किंग के साथ लगी भयानक आग ने चार गांवों के किसानों की 200 एकड़ से भी अधिक गेहूं व नाड़ जलाकरराख कर दी।
इस आग पर फायर ब्रिगेड की 3 गाडिय़ों सहित कई गांवों के लोग जो बड़ी संख्या में इक्टठे हुए थे ने ट्रैक्टर व टैंकरों के साथ करीब 3 घंटे की भारी मशक्कत के बाद जाकर काबू पाने में कामयाब हुए।
इस संबधी जानकारी देते मलकीत सिंह थेड़ी व सरदारा सिंह सक्करुलांपुर ने बताया कि आज दोपहर 12 बजे के बाद अचानक ही गांव माछीपुर थेड़ी से घंडूआं जाती सड़क पर बने बिजली विभाग के ग्रिड में निकली चिंगारियों के कारण उसके साथ लगते खेत में से धुआं निकलता दिखाई दिया।
इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता चल रही तेज हवा के कारण आग बहुत तेजी के साथ फैलती हुई चार गांवों घड़ूंआं, माछीपुर, थेड़ी व सिल्ल कपड़ा के खेतों में फैल गई ।
जिस का धुआं इतना ज्यादा था कि कई किलोमीटर तक देखा जा सकता ने बताया कि इस लगी आग के बारे में उन्होंन पुलिस प्रशासन को सूचना दी थी परन्तु एक घंटे के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मोहाली, श्री चमकौर साहिब व रोपड़ से मौके पर पहुंचनी जिनमें से मोहाली वाली गाड़ी में पानी कम था जो कुछ देर बाद ही खत्म हो गया।
उन्होंने कहा कि घडूंआं पुलिस थाना पुलिस इस जगह से एक किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है पर वहां से मुलाजिम भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी के बाद ही मौके पर पहुंचे व महज चक्कर लगाकर वापस चले गई। इस मौके मौजूद किसान यूनियन सिद्धूपुर के राज्य उप प्रधान मेहर सिंह थेड़ी ने बताया कि आग लगने के बाद उन्होंने इसकी जानकारी कृषि विभाग, एस.डी.एम. खरड़ को दी थी।
बावजूद वह सभी लेट पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस आगजनी के कारण किसानों का बहुत ज्यादा नुक्सान हुआ है जिनमें से कुछ के पास दानें तो क्या पशुओं के लिए तूड़ी तक नहीं रही। उन्होंने बताया कि सरकार इस हुए नुक्सान का किसान को सिर्फ खर्चा ही दे सकती है जिसे लोग मुआवजा कह देते हैं,वह भी बेहद कम होता है। गांव घडं़ूआं में घटनास्थल पर पहुंचे तहसीलदार रवीन्द्र बांसल ने हलका पटवारियों को इन जमीनों की गुरदावरी करने के हुक्म दिए हैं ।