Edited By bhavita joshi,Updated: 18 Feb, 2019 09:08 AM
रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने को लेकर पहली प्रक्रिया में पैसेंजर फैसिलिटी, टैंडर, कैंटीन और रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था की बागडोर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पी.पी.पी.) योजना के तहत आई.आर.एस.डी.सी. को एक मार्च को सौंप दिया जाएगा।
चंडीगढ़(लल्लन): रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने को लेकर पहली प्रक्रिया में पैसेंजर फैसिलिटी, टैंडर, कैंटीन और रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था की बागडोर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पी.पी.पी.) योजना के तहत आई.आर.एस.डी.सी. को एक मार्च को सौंप दिया जाएगा। यह कहना नॉर्दर्न रेलवे के जी.एम. टी.पी. सिंह का। रविवार को वह रेलवे स्टेशन पर इंडियन रेलवे स्टेशन डिवैल्पमैंट कॉर्पोशन (आई.आर.एस.डी.सी.) की प्रैजैंटेशन देखने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने का निर्माण कार्य अप्रैल से शुरू होगा, लेकिन यात्रियों की सुविधाएं व आई.आर.एस.डी.सी. की सोर्स ऑफ इनकम के सभी कार्य कंपनी को सौंप दिए हैं। यू.टी. के मास्टर प्लान के हिसाब से वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य किया जाएगा। रेलवे स्टेशन के कोरिडोर को सब-वे से जोडऩे के लिए हरियाणा के सचिव और प्रशासनिक अधिकारियों से बात हो चुकी है।
बिल्डिंग के लिए 135 करोड़
जी.एम. ने बताया कि इंडियन रेलवे स्टेशन डिवैल्पमैंट कार्पोरेशन की ओर से निर्माण कार्य को लेकर सभी तैयारियां शुरू कर ली गई। प्रशासन व बोर्ड से भी परमिशन मिल चुकी है। अब सिर्फ फाइनल करने की जरूरत थी। मैप में बदलाव किया गया है। इसमें सिक लाइन 2 की जगह 4 की गई हैं। रेलवे बिल्डिंग के लिए 135 करोड़ प्लान किए गए हैं।
25 लाख स्क्वेयर फीट में होगा स्टेशन
चंडीगढ़ की तरफ बिल्डिंग 60 मीटर 40 मीटर
पंचकूला की तरफ बिल्डिंग 60 मीटर 40 मीटर
एयरस्पेस रेलवे ट्रैक 36 मीटर80 मीटर
वेटिंग एरिया 1900 स्क्वेयर मीटर
पार्किंग एरिया 16,663 स्क्वेयर मीटर
प्लेटफॉर्म 8
एस्केलेटर सीढिय़ां 12
एलीवेटर 6
कालका-शिमला के बीच स्पीड बढ़ाने का ट्रायल 20 के बाद
उन्होंने बताया कि कालका-शिमला के बीच ट्रेन की स्पीड बढ़ाने को लेकर ट्रायल 20 फरवरी के बाद शुरू हो जाएगा। इसके लिए दिल्ली बोर्ड की सेफ्टी टीम ट्रायल के दौरान साथ होगी। ट्रेन की स्पीड ट्रायल तकरीबन 1 माह चलेगा। फिर ट्रेन की स्पीड सुनिश्चित होगी। पहले पैसेंजर सेफ्टी जरूरी है। इसके लिए हर पहलू पर ध्यान देना जरूरी है। कालका-शिमला के बीच अभी ट्रेन की स्पीड 15-20 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसको बढ़ाकर 30 किलोमीटर करने की प्लानिंग है। कर्व पर स्पीड बढ़ाना मुश्किल है, लेकिन जो समतल एरिया है वहां स्पीड में बढ़ौतरी की जा सकती है।
रेलवे के पास होंगे सिर्फ तीन विभाग
चंडीगढ़ स्टेशन पर आने वाले समय में सिर्फ 3 विभाग होंगे। इसका कार्य रेलवे करेगा। बाकी सभी विभाग यू.डी.एस. के पास होगा। पैसेंजर टिकट, ट्रेनों की ऑपे्रटिंग तथा पार्सल का कार्य रेलवे के पास होगा। रेलवे के पास भी सोर्स ऑफ इनकम होनी चाहिए।