Edited By bhavita joshi,Updated: 06 Nov, 2018 11:07 AM
लगभग हर लोकसभा चुनाव में पार्टी बदलने वाले चंडीगढ़ के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन 7वीं बार दल बदलने की तैयारी में हैं।
चंडीगढ़ (राय): लगभग हर लोकसभा चुनाव में पार्टी बदलने वाले चंडीगढ़ के पूर्व सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन 7वीं बार दल बदलने की तैयारी में हैं। धवन की आम आदमी पार्टी (आप) में जाने की चर्चाएं हैं व पिछले कल दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से हुई उनकी मुलाकात के बाद अब यह माना जा रहा है कि वह वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव चंडीगढ़ से आप की टिकट पर लड़ सकते हैं।
धवन का राजनीतिक जीवन जनता पार्टी के समय पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के समय पूरे यौवन पर था व चार माह की उस सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते हुए वह चंडीगढ़ के विकास की जो परियोजनाएं लाए उसका मुकाबला उनके बाद के सांसद नहीं कर पाए। सैक्टर-32 का मैडीकल कालेज, पुनर्वास योजना, बिजली के सब स्टेशन आदि कुछ ऐसी परियोजनाएं हैं जिनका श्रेय धवन को जाता है।
इसके बावजूद केंद्र में जनता पार्टी की सरकार गिरने के बाद शहर में धवन का राजनीतिक ग्राफ भी गिरता रहा। उनके बार-बार दल बदलने के चलते भी चंडीगढ़ का राजनीति में वह अग्रिम पंक्ति से पीछे हटते गए।
अस्तित्व बचाने का प्रयास करते रहे धवन
जनता पार्टी के बाद उन्होंने शहर में चंडीगढ़ विकास मंच का गठन किया व उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी चार पार्षदों का जीतना। जब विकास मंच का पतन हुआ तो धवन ने कांग्रेस का हाथ थामा व बसपा से भी हाथ मिलाकर शहर की राजनीति में अपना अस्तित्व बचाने का प्रयास करते रहे।
जनमंच का किया है गठन
पिछले दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेताओं यशवंत सिन्हा व शत्रुघन सिन्हा के साथ मिलकर उन्होंने चंडीगढ़ में भी जनमंच का गठन किया। एक ओर जहां राष्ट्रीय राजनीति में यशवंत सिन्हा के भी आप में जाने की चर्चा है, वहीं धवन की केजरीवाल से मुलाकात के बाद अब उनके झाड़ू थामने की औपचारिक घोषणा की प्रतीक्षा की जा रही है। इस संबंध में धवन ने माना कि उनकी केजरीवाल से मुलाकात हुई है पर इसके बाद उन्होंने फिलहाल कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।