सावन में खास दिन करें हनुमान जी की पूजा, शांत रहेंगे शनिदेव

Edited By ,Updated: 01 Aug, 2016 11:34 AM

Hanuman Shravan

शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी को ग्यारहवां रुद्र माना जाता है और शनिदेव भगवान शंकर के परम भक्त तथा शिष्य भी हैं। भगवान शंकर ने ही शनि देव को संसार का न्यायाधीश होने का कार्य दिया है परंतु न्याय करते समय शनि देव व्यक्ति के कर्म अनुसार उसे अत्यधिक...

शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी को ग्यारहवां रुद्र माना जाता है और शनिदेव भगवान शंकर के परम भक्त तथा शिष्य भी हैं। भगवान शंकर ने ही शनि देव को संसार का न्यायाधीश होने का कार्य दिया है परंतु न्याय करते समय शनि देव व्यक्ति के कर्म अनुसार उसे अत्यधिक पीड़ित कर देते हैं।  पुराणों के अनुसार उन्होंने न सिर्फ मनुष्य को यहां तक कि देवी-देवताओं को भी पीड़ित किया है जिसमें भगवान गणेश और चंद्रदेव भी शामिल हैं। शनिदेव पर नियंत्रण रखने के लिए भगवान शंकर द्वारा शनि देव को समय-समय पर हनुमान जी द्वारा पीड़ित करवाया गया। शनि देव को शांत करने के लिए हनुमान जी की आराधना की जाती है तथा कुछ छोटे-छोटे उपाय कर शनि के प्रकोप से मुक्ति पाई जा सकती है। श्रावण मास में शनिवार को हनुमान जी, नरसिंह जी, शनिदेव, पीपल और भगवान शिव की पूजा विशेष फलदायी होती है। 
 
 
 
* साढ़ेसाती में हनुमान जी पर चमेली का तेल चढ़ाने से साढ़ेसाती से राहत मिलती है।
 
* 8 बरगद के पत्ते हनुमान जी पर काले धागे में पिरोकर चढ़ाने से शनि बाधा से मुक्ति मिलती है।
 
* हनुमान जी पर लौंग लगा पान का बीड़ा चढ़ाने से शनि द्वारा जनित दुर्भाग्य समाप्त होता है।
 
* हनुमान जी पर कागजी बादाम चढ़ाकर आधे बादाम काले कपड़े में बांधकर घर की दक्षिण दिशा में छुपा कर रखने से शनि का कोप शांत हो जाता है।  

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!