Edited By Jyoti,Updated: 09 Jun, 2021 02:51 PM
इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगने जा रहा है और उस दिन अमावस्या होने के कारण इस ग्रहण का महत्व और बढ़ गया है। इस दिन शनि जयंती भी होगी और शनि वक्री चाल चल रहे होंगे।
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इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगने जा रहा है और उस दिन अमावस्या होने के कारण इस ग्रहण का महत्व और बढ़ गया है। इस दिन शनि जयंती भी होगी और शनि वक्री चाल चल रहे होंगे। ज्योतिष में सूर्य व शनि को पिता पुत्र माना जाता है और सूर्य ग्रहण के समय शनि का वक्री होना शनि का प्रभाव बढ़ाने वाला होगा। लिहाजा जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व ढैया चल रही है, उन्हें खासतौर पर सावधान रहना होगा। इस ग्रहण के समय मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। उस समय मंगल कर्क राशि में , राहु, बुध , सूर्य व चंद्रमा वृषभ राशि में, शुक्र मिथुन राशि में, देव गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में, शनि मकर राशि में व केतु वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे होंगे। 10 जून गुरुवार को लगने जा रहा साल का यह पहला सूर्यग्रहण भारतीय समय के मुताबिक दोपहर करीब 1:42 पर शुरू होकर शाम 6:41 पर खत्म होगा। 5 घंटे के इस ग्रहण में 3 मिनिट 48 सेकंड तक वलयाकार स्थिति बनेगी।
यह ग्रहण भारत में सिर्फ कुछ हिस्सों में आंशिक रूप से दिखेगा। यह ग्रहण पूर्वोत्तर में अरुणाचल के कुछ भागों और जम्मू-कश्मीर के कुछ भागों में समाप्त होने से पहले कुछ समय के लिए दिखाई पड़ेगा। इसे देश के अन्य हिस्सों में नहीं देखा जा सकेगा। इसलिए भारत में इसका कोई सूतक काल मान्य नहीं होगा और ना ही इस ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट बंद होंगे। न ही इस दौरान मंदिरों में धार्मिक कार्यों में कोई रोक रहेगी। यह ग्रहण पूर्ण रूप से उत्तर-पूर्व अमेरिका, यूरोप, ग्रीनलैंड, रूस और कनाडा , उत्तरी एशिया और उत्तरी अटलांटिक महासागर में देखा जा सकेगा। इसलिए इन जगहों पर इस ग्रहण का असर भी रहेगा।
शनि जयंती और शनि की वक्री अवस्था के बीच 10 जून का यह जो सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, इसका विभिन्न राशियों पर ज्योतिषीय प्रभाव भी रहेगा। जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती व शनि की ढैया चल रही है, उन्हें थोड़ा सावधान रहना होगा। इस समय धनु राशि मकर राशि और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है और मिथुन व तुला राशि पर शनि की ढैया चल रही है। ज्योतिष के अनुसार इन पांचों राशि वालों के लिए यह समय यात्राओं को टालने और सहजता से कार्य करते हुए आगे बढ़ने वाला है। अत्यधिक जोखिम लेने से इन्हें आगामी लगभग एक माह तक बचना चाहिए। जलीय यानी समुद्री यात्राओं से अधिक परहेज करने का प्रयास करें। इस समय तक साढ़े साती और ढैया वाले जातक शनि मंत्रों का जाप करें। तिलहनों और काली वस्तुओं का दान करें। गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करें।
गुरमीत बेदी
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