Edited By Jyoti,Updated: 18 Nov, 2020 06:00 PM
30 नवंबर को इस साल का चौथा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इससे पहले इसी साल 10 जनवरी को पहला चंद्र ग्रहण लगा था, फिर 5 जून को दूसरा चंद्र ग्रहण लगा और उसके 1
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30 नवंबर को इस साल का चौथा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इससे पहले इसी साल 10 जनवरी को पहला चंद्र ग्रहण लगा था, फिर 5 जून को दूसरा चंद्र ग्रहण लगा और उसके 1 महीने बाद 5 जुलाई को तीसरा चंद्र ग्रहण लगा । अब 30 नवंबर को चौथा और अंतिम चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। वर्ष 2020 में कुल 6 ग्रहण का योग था, जिनमें चार चंद्रग्रहण और दो सूर्य ग्रहण शामिल हैं। इनमें से चार ग्रहण लग चुके हैं और 2 ग्रहण बाकी हैं। 30 नवंबर को आखिरी चंद्र ग्रहण और 14 दिसंबर को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही नजर से ग्रहण का बहुत ही महत्व होता है। ग्रहण एक ऐसी खगोलीय घटना है जिनमें पृथ्वी, सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक पहुंचने से रोकती है, यानि जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के ठीक बीच में होती है तो चंद्र ग्रहण लगता है। इस स्थिति में पृथ्वी की पूरी या आंशिक छाया चंद्रमा पर पड़ती है। चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। इसका कोई अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता। बता दें 30 नवंबर का चंद्र ग्रहण वृष राशि और रोहिणी नक्षत्र में लगेगा।
यह ग्रहण दोपहर 1:04 बजे से शुरू होगा । इस दौरान ग्रहण का मध्यकाल 30 नवंबर की दोपहर 3:13 बजे होगा और शाम 5:22 बजे यह चंद्र ग्रहण समाप्त होगा। मैं कुंडली टीवी के दर्शकों को यह भी बता दूं कि यह चंद्र ग्रहण अमेरिका के कुछ हिस्सों के अलावा ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। इस चंद्र ग्रहण का असर भारत में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसलिए भारत में इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। वैसे भी यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण है। इसलिए इस ग्रहण का किसी भी राशि पर कोई अशुभ प्रभाव नहीं पड़ने वाला। इस उपछाया चंद्र ग्रहण के दौरान भारत में मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं होंगे और शुभ कार्य भी वर्जित नहीं होंगे। इसलिए साल के साथ ही चंद्रग्रहण को लेकर सभी लोग बिल्कुल निश्चिंत रह सकते हैं। किसी भी तरह के भ्रम में पड़ने की ज़रूरत नहीं है।
गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com