Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Feb, 2019 07:37 AM
आज 8 फरवरी, 2019 तृतीया तिथि की स्वामी गौरी तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। तृतीया में जन्मा बच्चा वैल एजुकेटिड, टूरिज़्म तथा महफिलों का शौकीन होता है। चतुर्थी तिथि में जन्मा बच्चा चंचल नेचर वाला, तर्क-वितर्क तथा बातचीत में कुशल,
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आज 8 फरवरी, 2019 तृतीया तिथि की स्वामी गौरी तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। तृतीया में जन्मा बच्चा वैल एजुकेटिड, टूरिज़्म तथा महफिलों का शौकीन होता है। चतुर्थी तिथि में जन्मा बच्चा चंचल नेचर वाला, तर्क-वितर्क तथा बातचीत में कुशल, फ्रैंड्स का शौकीन तथा उन्हें काफी इम्पोर्टैंस देने वाला तथा जीवन सुख-साधनों से सम्पन्न बिताने वाला होता है। श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना करना शुभ रहता है।
नक्षत्र
पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति हैं। यह नक्षत्र पंचक संज्ञक, उग्र तथा सात्विक है। इस नक्षत्र में जन्मा बच्चा बहुत इंटैलीजैंट, सैल्फ रिस्पैकिंटिंग, टूरिज़्म, सैर-सपाटे, नए-नए स्थानों को विजिट करने का शौकीन, एस्ट्रोलॉजी में अच्छा इंट्रैस्ट रखने तथा उसकी अच्छी समझ रखने वाला होता है। कभी-कभी फिलास्फर्ज जैसी बातें करने तथा फीमेल्स को ज्यादा लिफ्ट न देने वाला होता है।
योग
शिव योग के स्वामी मित्र तथा सिद्ध योग के स्वामी कार्तिकेय हैं। शिव योग में जन्मे बच्चे के मित्रों तथा फ्रैंडशिप का सर्कल बहुत बड़ा होता है। वह फ्रैंड्स की कम्पनी का भरपूर लाभ उठाने तथा उन्हें अपनी आवश्यकतानुसार यूज़ करने वाला होता है। सिद्ध योग में जन्मा बच्चा रिलीजियस माइंडिड, पूजा-पाठ, कथा-वार्ता, सत्संग में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है।
करण
वणिज करण की स्वामी लक्ष्मी जी हैं। इस करण में जन्मा बच्चा धनी, बड़ा कारोबारी, बिजनैसमैन, अपने बिजनैस का बहुत फैलाव-विस्तार करने वाला होता है। उसके पास अच्छा बैंक बैलेंस होता है तथा वह अच्छी धन-सम्पदा अर्जित करता है। उस पर लक्ष्मी जी की अपार कृपा रहती है। रैड-पिंक गुलाब के पौधे लगाने तथा उनकी देखभाल करने से जीवन में सुख-साधनों की बढ़ौतरी होती है।
वार
शुक्रवार के देवता-अधिदेवता इंद्र हैं। इस वार को जन्मा बच्चा ब्यूटी लवर, चंचल, नटखट, आर्टिस्टिक सोच-अपरोच, म्यूजिक, गीत-संगीत, शायरी का शौक रखने, फीमेल की कम्पनी पसंद करने वाला, डिजाइनर, फैशनेबल कपड़ों को लाइक करने, बनने-संवरने तथा ड्रिंक्स का रसिया होता है। सफेद फूल देने वाले पौधे लगाना प्रशस्त है।
स्पैशल पर्व
गौरी तृतीया, श्री गणेश तिल चतुर्थी व्रत, वरद चतुर्थी, कुंद चतुर्थी, श्री सिद्धि विनायक चतुर्थी व्रत।
शुभ पंचांग
तारीख: 8 फरवरी, 2019
वार: शुक्रवार
अयन: उत्तरायण
विक्रमी सम्वत्: 2075
विक्रमी माघ प्रविष्टे: 26
राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1940
शक माघ तारीख: 19
हिजरी साल: 1440
महीना: जमादि उल्सानी, तारीख 2
पक्ष: माघ शुक्ल।
तिथि : तृतीया (प्रात: 10.18 तक) तथा तदोपरांत तिथि चतुर्थी।
नक्षत्र : पूर्वा भाद्रपद (बाद दोपहर 2.59 तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र उत्तरा भाद्रपद।
योग : शिव (प्रात: 11.32 तक) तथा तदोपरांत योग सिद्ध।
करण : गर (प्रात: 10.18 तक) तथा तदोपरांत करण वणिज।
चंद्र राशि: कुंभ (प्रात: 8.18 तक) तथा तदोपरांत चंद्र राशि मीन।
सूर्योदय/सूर्यास्त: प्रात: 7.19/सायं 6.04 (जालन्धर समय)
राहू काल: प्रात: 10.30 से दोपहर 12.00 बजे तक।
आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफल
समय- प्रात: 8.19 से लेकर बाद दोपहर 2.59 तक
नामाक्षर- दी
यह बच्चा बड़ा होकर मैडीसन की मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल-होलसेल, सप्लाई, डिस्ट्रीब्यूशन के बिजनैस, मैडीकल मैनेजमैंट, मैडीकल प्लानिंग, मैडीकल टूरिज़्म, मैडीकल एजुकेशन के कामों में इंट्रैस्ट रखने वाला हो सकता है।
समय- बाद दोपहर 3.00 बजे से लेकर रात 9.37 तक
नामाक्षर- दू
यह बच्चा इंजीनियरिंग, इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट, कंटेनर्ज की हैंडलिंग, कम्पनी अफेयर्ज, बैंकिंग अफेयर्ज से जुड़े कामों में इंट्रैस्ट रख सकता है। कभी-कभी वह कुछ सुस्त दिखाई दे सकता है।
समय- रात 9.38 से लेकर 8-9 मध्य रात 4.14 तक
नामाक्षर- थ
यह बच्चा टैक्नीकल ब्रेन वाला, मशीनरी की समझ-बूझ रखने वाला, फाऊंडरी जैसे कामों को जल्द निपटाने में एक्सपर्ट होता है। मशीनरी के काम-धंधे में उसका इंट्रैस्ट हो सकता है।
समय - 8-9 मध्य रात 4.15 से लेकर अगले दिन (9 फरवरी) प्रात: सूर्योदय तक
नामाक्षर- झ
यह बच्चा फ्रैंड्स में पापुलर, सभा सोसायटी में नए-नए विचार पेश करने वाला, लेडीज के साथ बातचीत का शौकीन, उनकी कम्पनी पसंद करने वाला तथा बहुत टाकेटिव होता है।
8 फरवरी, 2019, सूर्योदय कालीन कुंडली
सूर्य मकर में
चंद्रमा कुंभ में
मंगल मेष में
बुध कुंभ में
गुरु वृश्चिक में
शुक्र धनु में
शनि धनु में
राहू कर्क में
केतु मकर में
दिशा शूल
पश्चिम एवं नैर्ऋत्य दिशा के लिए।
पंचक काल- पूरा दिन-रात पंचक रहेगी।
भद्राकाल- रात 11.22 पर भद्रा प्रारम्भ हो जाएगी।
कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !