Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Mar, 2019 07:51 AM
आज 1 मार्च, शुक्रवार दशमी तिथि है। इसके स्वामी यम तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वेदेवा हैं। दशमी तिथि में जन्मा बच्चा साफ्ट-स्वीट स्पोकन, टोलरैंट, दूसरों के दुख-दर्द को समझने वाला होता है।
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आज 1 मार्च, शुक्रवार दशमी तिथि है। इसके स्वामी यम तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वेदेवा हैं। दशमी तिथि में जन्मा बच्चा साफ्ट-स्वीट स्पोकन, टोलरैंट, दूसरों के दुख-दर्द को समझने वाला होता है। एकादशी तिथि में जन्मा बच्चा संतोषी नेचर का, रिलीजियस माइंडिड होता है। एग्रीकल्चरल प्रॉडक्ट्स तथा हॉर्टिकल्चर प्रॉडक्ट्स के साथ जुड़े काम-धंधे में अच्छी सक्सैस पाने वाला होता है।नक्षत्र
पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के देवता जल तथा स्वामी शुक्र हैं। यह नक्षत्र स्त्री संज्ञक तथा रजस है। इस नक्षत्र में जन्मा बच्चा सैल्फ रिस्पैक्टिंग, साफ्ट-स्वीट स्पोकन, नए-नए बढिय़ा व्हीकल्स को पसंद करने वाला, सच्चाई पसंद, सच्चाई का साथ देने वाला, ब्यूटी लवर, अच्छे एवं सुन्दर कपड़ों को पहनने तथा लिकर, ड्रिंक्स का शौक रखने वाला होता है। पीपल, वट, एलोवेरा जैसे पौधों को लगाना तथा उनकी केयर करना कल्याणकारी रहता है।
योग
सिद्धि योग का स्वामी गणेशजी तथा व्यतिपात योग का स्वामी रुद्र है। सिद्धि योग में जन्मा बच्चा वैल एजुकेटिड, टीचिंग, कोचिंग, टीचिंग बुक्स की प्रिंटिंग, पब्लिकेशन के प्रोफैशन में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है। व्यतिपात योग में जन्मा बच्चा रिलीजियस स्थानों की विजिट करने का भी शौक रखता है। शिव परिवार की पूजा-अर्चना करना सही रहता है।
करण
विष्टि करण का स्वामी यम तथा बव करण का स्वामी इंद्र है। विष्टि करण में जन्मा बच्चा कुछ जिद्दी, हठी तथा शार्ट टैम्पर्ड होता है, जबकि बव करण में जन्मा बच्चा जिम्स, हैल्थ क्लब्स के साथ जुडऩे, जिम्नास्टिक, कसरत तथा योगासनों को करने का शौकीन होता है। हैल्थ तथा बाडी को फिट रखने के लिए भी यत्नशील रहने वाला होता है।
वार
शुक्रवार के देवता अधिदेवता इंद्र हैं। शुक्रवार जन्मा बच्चा ब्यूटी, नैचुरल ब्यूटी को पसंद करने वाला, टूरिज़्म, टूर एंड ट्रैवल्स, इम्मीग्रेशन, एयर टिक्टिंग, टूरिस्ट्स को केटर करने वाले काम-धंधे में इंट्रैस्ट रखने वाला, डांस, म्यूजिक, फाइन आट्र्स, शायरी, गीत-संगीत, एक्टिंग, एंकरिंग, स्टेज कंडक्ट करने जैसे कामों, कलर्ड, फैशनेबल कपड़ों, बढिय़ा व्हीकल्स का शौक रखने वाला होता है।
सूर्योदय कालीन कुंडली
सूर्य कुंभ में
चंद्रमा धनु में
मंगल मेष में
बुध मीन में
गुरु वृश्चिक में
शुक्र मकर में
शनि धनु में
राहू कर्क में
केतु मकर में
दिशा शूल
पश्चिम एवं नैर्ऋत्य दिशा के लिए—इस दिशा की यात्रा न करनी ठीक रहेगी।
भद्रा काल
भद्रा प्रात: 8.40 तक रहेगी।
शुभ पंचांग
तारीख : 1 मार्च, 2019
वार : शुक्रवार
अयन : उत्तरायण
विक्रमी सम्वत् : 2075
विक्रमी फाल्गुन प्रविष्टे : 17
राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1940
शक फाल्गुन तारीख : 10
हिजरी साल : 1440
महीना : जमादि उल्सानी, तारीख 23
पक्ष : फाल्गुन कृष्ण
तिथि : दशमी (प्रात: 8.40 तक) तथा तदोपरांत तिथि एकादशी।
नक्षत्र : पूर्वाषाढ़ा (1 मार्च दिन-रात तथा 2 मार्च प्रात: 5.55 तक)।
योग : सिद्धि (प्रात: 10.42 तक) तथा तदोपरांत योग व्यतिपात।
करण: विष्टि (प्रात: 8.40 तक) तथा तदोपरांत करण बव।
चंद्र राशि : धनु राशि (पूरा दिन-रात)।
सूर्योदय/सूर्यास्त : प्रात: 6.59/सायं 6.21 (जालन्धर समय)।
राहू काल: प्रात: 10.30 से दोपहर 12.00 बजे तक।
आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफल
समय- सूर्योदय से लेकर प्रात: 9.48 तक
नामाक्षर- भू
यह जातक टूरिज़्म, मैडीकल टूरिज़्म, होटलिंग, एयर टिकटिंग, टूरिस्ट्स से सम्बद्ध कामों में इंट्रैस्ट रखने वाला हो सकता है। टीचिंग, कोचिंग, कंसल्टैंसी, वकालत जैसे काम भी उसकी पसंद के हो सकते हैं।
समय- प्रात: 9.49 से लेकर सायं 4.31 तक
नामाक्षर-ध
यह बच्चा टीचिंग, कोचिंग, प्रिंटिंग, पब्लिकेशन, मैनेजमैंट, टूरिज़्म, मैडीकल टूरिज़्म, वकालत, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन के साथ जुड़े प्रोफैशंस में अच्छी सक्सैस पाने वाला होता है।
समय - सायं 4.32 से लेकर रात 11.13 तक
नामाक्षर- फ
इस जातक का इंट्रैस्ट पब्लिक एंड पॉलिटिकल लाइफ में हो सकता है। चूंकि वह किसी की डिक्टेशन पर ज्यादा देर काम नहीं कर सकता, इसलिए उसे आशानुकूल आगे बढऩे के अधिक मौके नहीं मिलते।
समय- रात 11.14 से लेकर अगले दिन (2 मार्च) प्रात: 5.55 तक
नामाक्षर- ढ
यह बच्चा इम्मीग्रेशन, सिविल एविएशन, कम्प्यूटर, बैंकिंग, वकालत, रेडियो, टी.वी., फोटो-वीडियोग्राफी से जुड़े कामों में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है। वह न्यूट्रल तथा न्यायप्रिय होता है।