Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Mar, 2019 08:16 AM
आज 4 मार्च, सोमवार त्रयोदशी तिथि है। इसके स्वामी कामदेव हैं। यह तिथि जया संज्ञक है। इस तिथि में जन्मा बच्चा हिम्मती, परिश्रमी, कर्मठ, परोपकारी, दयालु नेचर वाला, धार्मिक-पौराणिक लिटरेचर स्टडी
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
आज 4 मार्च, सोमवार त्रयोदशी तिथि है। इसके स्वामी कामदेव हैं। यह तिथि जया संज्ञक है। इस तिथि में जन्मा बच्चा हिम्मती, परिश्रमी, कर्मठ, परोपकारी, दयालु नेचर वाला, धार्मिक-पौराणिक लिटरेचर स्टडी करने का शौक रखने वाला, हर बात की गहराई तक पहुंचने तथा अपोजिट सैक्स, विशेषकर महिलाओं के प्रति ज्यादा अट्रैक्शन रखने तथा कम्पनी पसंद करने वाला होता है।
Mahashivratri 2019 : जानें, महाशिवरात्रि का शुभ मुहुर्त और व्रत कथा
नक्षत्र
श्रवण योग का देवता विष्णु तथा स्वामी चंद्रमा है, जबकि धनिष्ठा नक्षत्र के देवता वसु तथा स्वामी मंगल हैं। श्रवण नक्षत्र पुरुष संज्ञक तथा रजस है। इस नक्षत्र में जन्मा बच्चा इंटैलीजैंट, एजुकेटिड, हाजिर जवाब तथा तर्क-वितर्क-डिस्कशन में परफैक्ट होता है। धनिष्ठा नक्षत्र ज्यूलरी, वाहन, तथा लग्जरी का सामान खरीदने के लिए प्रशस्त होता है। इस नक्षत्र में जन्मा बच्चा कुछ सैक्सी नेचर का तथा महिलाओं की कम्पनी पसंद करने वाला होता है।
योग
परिध योग का स्वामी विश्वकर्मा है। इस योग में जन्मा बच्चा सिविल इंजीनियरिंग बिल्डिंग्स की कंस्ट्रक्शन, डिजाइनिंग से जुड़ी एजुकेशन, इंटीरियर डैकोरेशन इत्यादि के प्रोफैशन में इंट्रैस्ट रखने वाला, बिल्डिंग मैटीरियल की सेल-परचेज, सप्लाई इत्यादि के काम-धंधे से जुडऩे वाला होता है। कुछ ग्रंथकार तथा विद्वान इस योग को अशुभ फलकारक भी मानते हैं।
करण
वणिज करण की स्वामी लक्ष्मी हैं। वणिज करण में जन्मा बच्चा सैल्फ इम्प्लॉयड यानी कि अपना स्वयं का कारोबार करने वाला होता है— वह चाहे ट्रेडिंग का काम करे, सप्लाई का काम करे, इंडस्ट्री लगाए। अभिप्राय यह है कि वह अपना स्वयं का कामकाज करता है। वह अपनी आजीविका स्वयं चलाने के अतिरिक्त दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध कराता है तथा धनी-सुखी जीवन बिताता है।
वार
सोमवार के देवता अधिदेवता शिव-पार्वती हैं। सोमवार जन्मा बच्चा एजुकेटिड तथा कुछ न कुछ पढऩे-लिखने, सीखने तथा नालेज में वृद्धि करने की रुचि रखने वाला, नेचर से कूल माइंडिड, साफ्ट-स्वीट स्पोकन होता है। वह बड़ा रिसोर्सफुल तथा बड़े लोगों तक अपनी अप्रोच बनाए रखने वाला होता है। वह धनी तथा सुखी जीवन बिताता है। शिव परिवार की पूजा-अर्चना करना कल्याणकारी रहता है।
सूर्योदय कालीन कुंडली
सूर्य कुंभ में
चंद्रमा मकर में
मंगल मेष में
बुध मीन में
गुरु वृश्चिक में
शुक्र मकर में
शनि धनु में
राहू कर्क में
केतु मकर में
दिशा शूल
पूर्व एवं ईशान दिशा के लिए।
पंचक काल
4-5 मध्य रात 1.44 पर पंचक शुरू होगी।
भद्रा काल
सायं 4.29 से लेकर अगले दिन (5 मार्च) प्रात: 5.49 तक)।
स्पैशल पर्व
श्री महाशिवरात्रि व्रत, मेला महाशिवरात्रि (मंडी, हिमाचल) प्रारम्भ, मेला काठगढ़ (निकट पठानकोट), मेला श्री नीलकंठ महादेव (गढ़वाल, उत्तराखंड), मेला शिवरात्रि (पंचवटी, दवलैहड़, (जम्मू-कश्मीर), कुंभ पर्व श्री प्रयागराज का स्नान।
शुभ पंचांग
तारीख : 4 मार्च, 2019
वार : सोमवार
अयन : उत्तरायण
विक्रमी सम्वत् : 2075
विक्रमी फाल्गुन प्रविष्टे : 20
राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1940
शक फाल्गुन तारीख : 13
हिजरी साल : 1440
महीना : जमादि उल्सानी, तारीख 26
पक्ष : फाल्गुन कृष्ण
तिथि : त्रयोदशी (सायं 4.29 तक) तथा तदोपरांत तिथि चतुर्दशी।
नक्षत्र : श्रवण (दोपहर 12.10 तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र धनिष्ठा।
योग : परिध (दोपहर 1.32 तक) तथा तदोपरांत योग शिव।
करण : वणिज (सायं 4.29 तक) तथा तदोपरांत करण विष्टि।
चंद्र राशि : मकर (4-5 मध्य रात 1.44 तक) तथा तदोपरांत चंद्र राशि कुंभ।
सूर्योदय/सूर्यास्त : प्रात: 6.55/सायं 6.23 (जालन्धर समय)।
राहू काल : प्रात: 07.30 से 09.00 बजे तक।
आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफल
समय - प्रात: 5.23 से लेकर दोपहर 12.10 तक
नामाक्षर- खो
यह बच्चा कैटरिंग, खानपान, पानी, कोल्ड ड्रिंक्स, लिकर, आइसक्रीम, चाय, कॉफी जैसे कामकाज को पसंद करने वाला होता है। उसे एस्ट्रोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी जैसे विषयों में जानकारी प्राप्त करने में भी इंट्रैस्ट होता है।
समय- दोपहर 12.11 से लेकर सायं 6.57 तक
नामाक्षर- ग
यह बच्चा मिलिट्री, पुलिस, पैरा मिलिट्री फोर्सिस से जुड़े प्रोफैशन में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है। लोहा-मशीनरी, लोहा के पाट्रस, लिकर इत्यादि के साथ सम्बद्ध कामों में भी अच्छी सक्सैस पा सकता है।
समय- सायं 6.58 से लेकर 4-5 मध्य रात 1.44 तक
नामाक्षर- गी
यह जातक लोहा, मशीनरी, लोहे के पाट्रस, लोहा के साथ जुड़े बिजनैस में इंट्रैस्ट रखने वाला, नेचर से कुछ आऊट स्पोकन, अनडिप्लोमैट होता है। मैडीकल, सर्जरी में यूज़ होने वाले इक्विमैंट्स से जुड़े काम को भी पसंद कर सकता है।
समय- 4-5 मध्य रात 1.45 से लेकर अगले दिन (5 मार्च) प्रात: 8.30 तक
नामाक्षर- गू
यह बच्चा रेडियो, टी.वी., मोबाइल्स, वायरलैस के साथ जुड़े प्रोफैशंस में इंट्रैस्ट रखने वाला होता है। वह कुछ जिद्दी, हठी, मनमर्जी करने वाला, दूसरे पर अपनी मर्जी थोपने वाला, दूसरे के साथ जल्दी कम्प्रोमाइज न करने वाला होता है।
कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !