Edited By Jyoti,Updated: 06 Feb, 2019 09:50 AM
वार : बुधवार के देवता अधिदेवता श्री विष्णु हैं। इस वार जन्मा बच्चा मैथेमैटिक्स, अकाऊंट्स, कॉमर्स, इक्नोमिक्स की टीचिंग, बैंकिंग, फाइनैंशियल, इंश्योरैंस सैक्टर के साथ जुड़े प्रोफैशन में रुचि रखने वाला होता है।
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वार : बुधवार के देवता अधिदेवता श्री विष्णु हैं। इस वार जन्मा बच्चा मैथेमैटिक्स, अकाऊंट्स, कॉमर्स, इक्नोमिक्स की टीचिंग, बैंकिंग, फाइनैंशियल, इंश्योरैंस सैक्टर के साथ जुड़े प्रोफैशन में रुचि रखने वाला होता है। वह नेचर से सॉफ्ट- स्वीट स्पोकन, हर तरह के हालात में अपने आप को एडजस्ट करने, नैचुरल ब्यूटी को पसंद करने वाला होता है। बुध की पूजा-अर्चना करना कल्याणकारी रहता है।
करण : बालव करण के स्वामी ब्रह्मा हैं। इस करण में जन्मा बच्चा टीचिंग, कोचिंग, टीचिंग बुक्स की प्रिंटिंग, पब्लिकेशन, एजुकेशनल कंसल्टेशन जैसे प्रोफैशन के साथ अपनी अटैचमैंट को पसंद करने वाला होता है। पीपल, वट, एलोवेरा, मैडीकेटिड वृक्षों के पौधे लगाना तथा उनकी देखभाल करना शुभ रहता है।
योग : परिध योग के स्वामी विश्वकर्मा हैं। इस योग में जन्मा बच्चा कंस्ट्रक्शन, स्ट्रक्चरल डिजाइिंनग से जुड़ी एजुकेशन-बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन, इंडस्ट्री, हाईवेका, पुलों की फैब्रिकेशन, कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के साथ अपने करियर को जोडऩे वाला होता है। कंस्ट्रक्शन के काम में यूका होने वाले सामान, मैटीरियल की सेल-परचेज, सप्लाई के धंधे में भी रुचि हो सकती है।
तिथि : द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्मा जी हैं। इस तिथि को भद्रा तिथि कहते हैं। यदि द्वितीया तिथि बुधवार को हो तो उसे सिद्धा कहा जाता है। सिद्धा तिथि विवाहादि मंगलीक कार्यों, ज्यूलरी-व्हीकल खरीदने, एजुकेशन के साथ जुड़ा कोई प्रोजैक्ट शुरू करने तथा म्यूजिक, फाइन आर्ट्स इत्यादि को सीखने का कार्य प्रारम्भ करने के लिए शुभ समझी जाती है। इस तिथि को जन्मा बच्चा वैल एजुकेटिड, स्वीट-सॉफ्ट स्पोकन तथा बड़ा एकम्मोडेटिंग नेचर का होता है।
नक्षत्र : शतभिषा नक्षत्र के देवता वरुण तथा स्वामी राहू हैं। यह नक्षत्र पंचक संज्ञक है। इस नक्षत्र में जन्मा बच्चा मशीनरी तथा टैक्नीकल कामों में रुचि रखने तथा उसकी समझ रखने, संकेत मात्र से सारी स्थिति को भांपने-समझने वाला, लिबरल सोच-विचार-एप्रोच वाला होता है। वह ब्लड प्रैशर, नींद कम आने, स्किन रोग में ग्रस्त रहता है।
आज पैदा होने वाले बच्चों का नामाक्षर तथा भविष्यफल
समय - प्रात: 9.09 से लेकर बाद दोपहर 3.53 तक
नामाक्षर- गो
यह जातक फ्यूल-टिम्बर, कोयला इत्यादि, लोहा-मशीनरी तथा उसके पार्ट्स सेसम्बद्ध काम-धंधा, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफैशन में अच्छी सक्सैस पाने वाला होता है। नेचर से कुछ टाकेटिव भी होता है।
समय - बाद दोपहर 3.54 से लेकर रात 10.39 तक
नामाक्षर- स
यह जातक मैडीकल प्रैक्टिस, मैडीकल साईंस, एडीटिंग, डिप्लोमेसी जैसे प्रोफैशन में रुचि रखने वाला तथा जीवन में नए-नए एक्सपैरिमैंट्स करने का शौकीन होता है। कुछ शार्ट टैम्पर्ड भी होता है।
समय - रात 10.40 से लेकर अगले दिन 7 फरवरी प्रात: 5.24 तक
नामाक्षर- सी
यह बच्चा एस्ट्रॉनोमी, स्पेस साइंस, स्पेस रिसर्च जैसे प्रोफैशन के साथ अपनी अटैच-मैंट में रुचि रखने वाला, मन में फॉरेन जाने की इच्छा रखने वाला होता है।
समय - 7 फरवरी प्रात: 5.25 से लेकर सूर्योदय तक
नामाक्षर- सू
इस बच्चे की रुचि फाऊंडरी के काम-धंधा में, फाऊंडरी इंडस्ट्री में यूका होने वाली मशीनों को तैयार करने, न्यूज पेपर्स के सैटअप, नैटवर्क से जुड़े कामकाज में हो सकती है।
शुभ पंचांग
तारीख : 6 फरवरी, 2019
वार : बुधवार
अयन : उत्तरायण
विक्रमी सम्वत् : 2075
विक्रमी माघ प्रविष्टे : 24
राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1940
शक माघ तारीख : 17
हिजरी साल : 1440
महीना : जमादि-उल-अव्वल, तारीख 30
पक्ष : माघ शुक्ल
तिथि : द्वितीया (पूरा दिन-रात)।
नक्षत्र : धनिष्ठा (प्रात: 9.08 तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र शतभिषा।
योग : वरियान (प्रात: 9.54 तक) तथा तदोपरांत योग परिध।
करण : बालव (सायं 6.35 तक) तथा तदोपरांत करण कौलव।
चंद्र राशि : कुंभ (पूरा दिन-रात)
सूर्योदय/सूर्यास्त : प्रात: 7.21/सायं 6.02 (जालन्धर समय)
राहू काल : दोपहर 12.00 से 01.30 बजे तक।
स्पैशल पर्व :
चन्द्र दर्शन, बावा श्री लाल दयाल जी जयंती (ध्यानपुर, गुरदासपुर, पंजाब)
सूर्य मकर में
चंद्रमा कुम्भ में
मंगल मेष में
बुध मकर में
गुरु वृश्चिक में
शुक्र धनु में
शनि धनु में
राहू कर्क में
केतु मकर में
दिशा शूल : उत्तर एवं वायव्य दिशा के लिए। इस दिशा की यात्रा न करनी ठीक रहेगी।
पंचक काल : पूरा दिन-रात पंचक लगी रहेगी।
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