Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Oct, 2020 07:06 AM
आज आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि है। चंद्रमा की पंद्रहवी कला जब चरम पर होती है, उस दिन को पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण आकृति में होता है। इस शुभ तिथि के स्वामी स्वयं चंद्रदेव हैं।
Adhik Maas Purnima 2020: आज आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि है। चंद्रमा की पंद्रहवी कला जब चरम पर होती है, उस दिन को पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण आकृति में होता है। इस शुभ तिथि के स्वामी स्वयं चंद्रदेव हैं। आज के दिन नारायण संग लक्ष्मी की अराधना बहुत पुण्यदायी मानी गई है। इस विशेष दिवस का लाभ उठाने के लिए अपने घर अथवा वर्क प्लेस पर भगवान सत्यनारायण की कथा कहें या सुनें।
धार्मिक मान्यता के अनुसार आज के दिन पीपल के पेड़ पर माता लक्ष्मी का आगमन होता है। अत: महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पीपल की जड़ों में मीठा जल अर्पित करें।
आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो आज रात चंद्रदर्शन करने के बाद उन्हें दूध, गंगाजल और अक्षत मिलाकर अर्ध्य दें। फिर वहीं चांद की रोशनी में आसन लगाकर बैठ जाएं और इन मंत्रों का जाप करें-
'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः' अथवा 'ॐ सों सोमाय नमः' । इस उपाय को करने से रातों- रात धन-धान्य से भर जाएगा आपका संसार।
मैरिड लाइफ में प्यार की बहार बनी रहे, इसके लिए दंपत्ति को एकसाथ मिलकर चंद्र देव को गाय के दूध का अर्ध्य देना चाहिए।
आज 11 पीली कौड़ी पर हल्दी का तिलक लगाकर लक्ष्मी जी के चरणों में अर्पित करें। कल सुबह कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर अपने धन रखने के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहेगी।
पूर्णिमा की शाम वृंदा देवी के सामने शुद्ध देसी घी का दिपदान करें।