Edited By Jyoti,Updated: 01 May, 2022 03:23 PM
अक्षय तृतीया वो शुभ मुहूर्त है जिसका साल भर महिलाएं बेसब्री से इंतजार करती हैं। जी हां, खास तौर पर वे महिलाएं जिन्हें सोना खरीदना होता है। कहते हैं इस दिन की गई सोने चांदी की खरीदारी कई गुना होकर वापस मिलती है। धर्म ग्रंथों के
शास्त्रों की बात,जानें धर्म के साथ
अक्षय तृतीया वो शुभ मुहूर्त है जिसका साल भर महिलाएं बेसब्री से इंतजार करती हैं। जी हां, खास तौर पर वे महिलाएं जिन्हें सोना खरीदना होता है। कहते हैं इस दिन की गई सोने चांदी की खरीदारी कई गुना होकर वापस मिलती है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 3 मई, मंगलवार को है। ये तिथि साल के 4 अबूझ मुहूर्तों में से एक है। यानी इस दिन बिना मुहूर्त के भी कोई भी मांगलिक कार्य किया जा सकता है। इस दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। इस बार अक्षय तृतीया 3 मई को है। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर कई दुर्लभ योग निर्मित हो रहे हैं, जिस कारण इसका महत्व और भी बढ़ गया है। तो जानते हैं अक्षय तृतीया पर कौन से शुभ योग बन रहे हैं और इनका महत्व व शुभ मुहूर्त और इस दिन क्या करना शुभ माना जाता है।
ज्योतिष के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है और इस दिन को विशेष अबूझ मुहूर्त के तौर पर देखा जाता है। कहते हैं कि अक्षय तृतीया पर खरीदारी के अलावा किया गया दान भी अक्षय पुण्य के रूप में वापस होकर मिलता है। साल 2022 यानि इस बार अक्षय तृतीया रोहिणी नक्षत्र और शोभन योग के बीच मनाई जाएगी। इस दिन मंगलवार और रोहिणी नक्षत्र होने से मंगल रोहिणी योग का निर्माण होने जा रहा है। इसके साथ ही इस दिन दो प्रमुख ग्रह स्वराशि में होंगे और 2 प्रमुख ग्रह उच्च राशि में विराजमान रहेंगे। माना जा रहा है कि 5 दशकों के बाद ग्रहों का ये विशेष योग बन रहा है। और इस दिन की गई खरीदारी से शुभ फल अवश्य ही मिलते हैं।
इसके अलावा अक्षय तृतीया पर 50 साल बाद ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है, इस दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में होंगे और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में होंगे। वहीं शनि अपनी स्वराशि कुंभ में और बृहस्पति स्वराशि मीन में रहेंगे। ज्योतिष के जानकारों की मानें तो 4 बड़े ग्रहों का इस प्रकार से अनुकूल स्थिति में होना एक दुर्लभ योग के तौर पर माना जा रहा है। माना जा रहा है कि अगर आपका कोई शुभ कार्य शुभ संयोग के इंतजार में अभी तक रुका हुआ था तो इस बार अक्षय तृतीया पर आप उसे पूर्ण कर सकते हैं। ये संयोग बहुत ही शुभकारी और मंगलकारी फल देने वाला है। इसके अलावा माना जाता है इस दिन शुभ मुहूर्त में जातक जो भी काम करता है उससे शुभ फल की प्राप्ति होती है।
आगे आपको बता दें अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त-
अक्षय तृतीया तिथि का आरंभ 3 मई सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर होगा। और इसका समापन 4 मई सुबह 7 बजकर 32 मिनट पर होगा।
इस दिन रोहिणी नक्षत्र 3 मई सुबह 05 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर 4 मई दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।