Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Apr, 2018 02:41 PM
आज अक्षय तृतीया से शहनाईयां बजनी आरंभ हो गई हैैं। 11 साल के बाद सारा दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इस तिथि को जहां स्वयं सिद्ध मुहूर्त माना जाता है, वहीं यह हर प्रकार का सुख और सौभागय देने वाली तिथि है।
आज अक्षय तृतीया से शहनाईयां बजनी आरंभ हो गई हैैं। 11 साल के बाद सारा दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इस तिथि को जहां स्वयं सिद्ध मुहूर्त माना जाता है, वहीं यह हर प्रकार का सुख और सौभागय देने वाली तिथि है। इसीलिए इसे सौभाग्य दिवस एवं लक्ष्मीं सिद्घि दिवस भी कहते हैं। विवाह का दिन निर्धारण करने से पूर्व शुभ मुहूर्त का चयन करना अनिवार्य है। योग्य पंडित से विवाह की तिथि का निर्धारण करवाना चाहिए। जो कपल्स अक्षय तृतीया पर विवाह बंधन में बंधेंगे, उनकी जोड़ी पर सभी दैवीय शक्तियां अपना आशीर्वाद बरसाएंगी। जिन लोगों के विवाह के लिए कोई मुहूर्त नहीं निकलता उनका विवाह इस दिन किया जाए तो उनके वैवाहिक जीवन में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती।
आज के दिन कोई भी शुभ कार्य यानि विवाह, शगुन, बच्चों के मुण्डन, भवन का निर्माण कार्य आदि किसी भी शुभ एवं मांगलिक कार्य को मुहूर्त निकलवाए बिना ही किया जा सकता है।
12 मई को विवाह बंधन में बंधने के लिए सबसे अच्छा मुहूर्त है। उसके बाद अधिक मास शुरू हो जाएगा, फिर कुछ समय के लिए शादियों पर विराम लग जाएगा। अप्रैल और मई महीने में 13 शुभ मुहूर्त रहेंगे।
अप्रैल के शुभ मुहूर्त- 8, 19, 20, 26, 27, 28, 29, 30
मई के शुभ मुहूर्त- 4, 8, 9, 11,12