Edited By Jyoti,Updated: 31 Mar, 2018 05:51 PM
मान्यताओं के आधार पर कुछ उपाय करने से लाभ की बात कही गई है। प्रत्येक रविवार सूर्य का व्रत करने वाले को नौकरी में उच्च पद और प्रतिष्ठा हासिल होती है। इसके अलावा रविवार को व्रत करने से नेत्र व चर्म रोग से मुक्ति मिलती है।
मान्यताओं के आधार पर कुछ उपाय करने से लाभ की बात कही गई है। प्रत्येक रविवार सूर्य का व्रत करने वाले को नौकरी में उच्च पद और प्रतिष्ठा हासिल होती है। इसके अलावा रविवार को व्रत करने से नेत्र व चर्म रोग से मुक्ति मिलती है।
रविवार रात को सोते समय एक गिलास दूध भर कर अपने सिरहाने रखें। सोमवार को सूर्योदय से पहले उठें और स्नान आदि से निवृत्त होकर दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में अर्पितकर दें। सात या 11 रविवार यह उपाय करने से आपके यहां धन धान्य की वृद्धि होगी।
रविवार के दिन तांबे के बर्तन या घी का दान करना चाहिए।
रविवार के दिन आदित्य हृदय स्रोत का पाठ करना अच्छा होता है। इसके साथ ही नेत्रोपनिषद का पाठ करना चाहिए। इससे हमारी आंखों की रोशनी ठीक रहती है।
तांबे के लोटे में जल भर कर, इसमें थोड़े फूल डालकर सूर्य को अघ्र्य देना चाहिए। यह उपाय स्वास्थ्य और नौकरी-व्यवसाय को ठीक रखेगा। —अभय मिश्र
भगाओ कर्ज का मर्ज
निम्र स्रोतों में से किसी का भी नियमित पाठ करने से आय के साधनों में वृद्धि, यदि कोई धन दबाकर बैठ गया हो तो वह लौटाने को विवश हो जाएगा। कनकधारा स्रोत, ऋणहत्र्ता गणपति स्रोत, ऋण मोचक मंगल स्रोत, श्रीसूक्त पाठ, गजेंद्र मोक्ष, कुबेर मंत्र का पाठ करें।
ऋणमुक्ति के लिए बुधवार को गाय को हरी घास खिलानी चाहिए। यदि ऋण मुक्ति हो जाए तो भी गाय को घास खिलाते रहें। आपके व्यवसाय-नौकरी में उन्नति होगी।
प्रत्येक बुधवार को किसी गणेश मंदिर में जाकर मोदक का भोग अर्पित कर 11 परिक्रमा करें। परिक्रमा करते समय ‘ú गं गणपतये नम:’ का जाप करें।
जब तक आपका ऋण पूर्ण रूप से समाप्त न हो तब तक नियमित रूप से पीपल वृक्ष को जल अर्पित करें और उसकी गीली मिट्टी का तिलक करें।