Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Aug, 2019 01:12 PM
साख बनाने में 20 साल लगते हैं और उसे गंवाने में बस 5 मिनट। अगर आप इस बारे में सोचेंगे तो आप चीजें और तरह से करेंगे।
कभी मत सोचिए कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है।
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साख बनाने में 20 साल लगते हैं और उसे गंवाने में बस 5 मिनट। अगर आप इस बारे में सोचेंगे तो आप चीजें और तरह से करेंगे।
कभी मत सोचिए कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है।
अगर कोई पाप है, तो वह यह कहना है कि तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं।
अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे, तो इसका कुछ मूल्य है अन्यथा यह सिर्फ बुराई का एक ढेर है और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाए उतना बेहतर है।
एक शब्द में, यह आदर्श है कि तुम परमात्मा हो।
उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।
गलतियां हमेशा क्षमा की जा सकती हैं, यदि आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो।
जितना एक मूर्ख व्यक्ति किसी बुद्धिमानी भरे उत्तर से नहीं सीख सकता उससे अधिक एक बुद्धिमान एक मूर्खतापूर्ण प्रश्न से सीख सकता है।
जैसा आप सोचते हैं, वैसा आप बन जाएंगे।
जल्दी गुस्सा करना जल्द ही आपको मूर्ख साबित कर देगा।
खुश रहो लेकिन कभी संतुष्ट मत रहो।
इस बात को व्यक्त मत होने दीजिए कि आपने क्या करने के लिए सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाए रखिए और काम को करने के लिए दृढ़ रहिए।
शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है। एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह सम्मान पाता है। शिक्षा सौंदर्य और यौवन को परास्त कर देती है।
कोई व्यक्ति अपने कार्यों से महान होता है, अपने जन्म से नहीं।
यह मायने नहीं रखता कि आप दुनिया में कैसे आए, यह मायने रखता है कि आप यहां हैं।
अगर आप सच देखना चाहते हैं तो न सहमति और न असहमति में राय रखिए।
कोई चुनाव मत करिए। जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे वह अपनी समग्रता में है।
जब प्यार और नफरत दोनों ही न हों तो हर चीज साफ और स्पष्ट हो जाती है।
जीवन ठहराव और गति के बीच का संतुलन है।
यदि आप सचमुच विश्व स्तरीय होना चाहते हैं, जितने अच्छे हो सकते हैं होना चाहते हैं तो अंतत: आपकी तैयारी और अभ्यास पर निर्भर करेगा।
व्यापार का व्यापार संबंध है, जीवन का व्यापार मानवीय लगाव है।
डिजाइन सिर्फ यह नहीं है कि चीज कैसी दिखती या महसूस होती है, डिजाइन यह है कि चीज काम कैसे करती है।
कामयाबी और नाकामयाबी दोनों जिन्दगी के हिस्से हैं, दोनों ही स्थायी नहीं हैं।
विपरीत परिस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं तो कुछ लोग रिकार्ड तोड़ते हैं।
‘‘मां’’ एक ऐसी बैंक है जहां आप हर भावना और दुख जमा कर सकते हैं और ‘‘पिता’’ एक ऐसा क्रैडिट कार्ड हैं जो बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते हैं।
अच्छे लोगों की इज्जत कभी कम नहीं होती, सोने के 100 टुकड़े करो फिर भी कीमत कम नहीं होती।