Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 Jul, 2020 07:37 AM
आलस्य और व्यसन को पास नहीं फटकने दें। मानव संस्कृति ने जितने महान काम किए वे तीव्रस्थायी शक्ति के संतुलन द्वारा ही सम्पन्न हुए हैं।
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Anmol Vachan in Hindi: आलस्य और व्यसन को पास नहीं फटकने दें। मानव संस्कृति ने जितने महान काम किए वे तीव्रस्थायी शक्ति के संतुलन द्वारा ही सम्पन्न हुए हैं। इच्छाशक्ति ही आपको आगे प्रेरित करने वाली अमोघ शक्ति है। आपके निश्चय में कभी ढील न रहे। —डा. रामचरण महेन्द्र
लोगों ने दोस्त बदल लिए। अपने वेश बदल लिए पर अंदर से अपने आपको नहीं बदला। अपने कपड़े उतार कर देखो। हम सब एक जैसे ही हैं। हम में कोई फर्क नहीं है। क्रोध कभी न कभी सबको आता है। ध्यान को अपनी प्रैक्टिकल लाइफ से जोड़ें। आपका परिवार कभी नहीं टूटेगा। - राष्ट्र संत चंद्र प्रभ
सबसे पहले अपने हृदय को शुद्ध करें। आप अंदर से जितने पवित्र होंगे परमात्मा उतनी ही जल्दी आपको मिल जाएंगे। पाप और परमात्मा एक साथ इकट्ठे नहीं रह सकते। कभी-कभी आदमी बाहर से तो साफ नजर आता है परन्तु अंदर उसके कचरा भरा होता है। -विजयशंकर
जब बाकी सभी तरीके विफल हो जाएं, तो हाथ में तलवार उठाना सही है, असहायों पर अपनी तलवार चलाने के लिए उतावले मत हो, अन्यथा विधाता तुम्हारा खून बहायेगा -गुरु गोबिंद सिंह जी
भगवान के नाम के अलावा कोई मित्र नहीं है, भगवान के विनम्र सेवक इसी का चिंतन करते और इसी को देखते हैं -गुरु गोबिंद सिंह जी
जहां भी प्रत्येक का संरक्षक मुझे रखता है, वहीं स्वर्ग है -श्री गुरु नानक देव जी
यदि लोग भगवान द्वारा दी गयी दौलत का प्रयोग सिर्फ खुद के लिए या खजाने में रखने के लिए करते हैं तो वह शव की तरह है लेकिन यदि वे इसे दूसरों के साथ बांटने का निर्णय लेते हैं तो वह पवित्र भोजन बना जाता है -श्री गुरु नानक देव जी