Edited By ,Updated: 04 Feb, 2015 09:25 AM
किसी भी मनुष्य का परिचय दो प्रकार का होता है। प्रथम भौतिक परिचय एवं दूसरा अध्यातिमक परिचय। सफलता के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचने के लिए बच्चों को अध्यात्म विज्ञान को आत्मसात करना चाहिए।
किसी भी मनुष्य का परिचय दो प्रकार का होता है। प्रथम भौतिक परिचय एवं दूसरा अध्यातिमक परिचय। सफलता के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचने के लिए बच्चों को अध्यात्म विज्ञान को आत्मसात करना चाहिए। बच्चे ही परिवार समाज व देश के भविष्य होते हैं। उन्हें नियमित रूप से ध्यान साधना करनी चाहिए, इससे मन में शांति एवं एकाग्रता आती है।
अपने बच्चों को सफलता के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए अथवा जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता के लिए गणेश मंत्र का जाप करवाना सबसे सुगम मार्ग है। गणेश जी को प्रचंड शक्तियों से युक्त देव माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक देवी-देवताओं में सर्वोच्च स्थान रखने वाले विघ्न विनाशक भगवान गणेश की पूजा-अर्चना जो लोग नियमित रूप से करते हैं, उन्हें जीवन में मनचाही सफलता प्राप्त होती है।
गणपति जी के स्वरूप का पूजन करने के लिए सर्वप्रथम आरती की थाली में अगरबत्ती, धूप और दीपक जलाएं। इसके बाद पान के पत्ते और सुपारी को भी इसमें रखें। इस दौरान मंत्र
' ॐ श्री गणेशाय नमः'
का जाप शुद्ध आसन पर बैठकर अपना मुख पूर्व अथवा उत्तर दिशा की तरफ रख कर करें। कम से कम एक माला जाप करने के बाद मोदक के लड्डू अर्पित करें फिर आरती करें।