Edited By ,Updated: 13 Feb, 2015 11:03 AM
श्री रामायण में एक प्रसंग आता है जब रावण सीता जी का हरण करने के लिए अपने मामा मारीच की मदद लेने गया तो उन्होंने उसे समझाने का हर संभव प्रयास किया की वो जो कर रहा है गलत है लेकिन रावण को क्रोध आ गया और वो अपनी शक्तियों का प्रदर्शन करने लगे।
श्री रामायण में एक प्रसंग आता है जब रावण सीता जी का हरण करने के लिए अपने मामा मारीच की मदद लेने गया तो उन्होंने उसे समझाने का हर संभव प्रयास किया की वो जो कर रहा है गलत है लेकिन रावण को क्रोध आ गया और वो अपनी शक्तियों का प्रदर्शन करने लगे।
मारीच ने विचार किया कि-
तब मारीच हृदयं अनुमाना। नवहि बिरोधें नहिं कल्याना।।
सस्त्री मर्मी प्रभु सठ धनी। बैद बंदि कबि भानस गुनी।।
उपरोक्त दोहे में वर्णित है कि कौन से ऐसे नौ लोग हैं जीवन में बिना सोचे-समझें जिनकी बात मान लेनी चाहिए वर्ना दुख तो आएगा ही जीवन से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
प्रथम शख़्स है शस्त्रधारी जिसकी बात न मानने पर वह हम पर प्रहार कर सकता है और जान-माल की हानि होगी।
दूसरा शख़्स है आपका राजदार भावनाओं में बहकर या किसी को अपना मान कर आप किसी के साथ अपने राज सांझा करते हैं तो आप उस व्यक्ति के गुलाम हो जाते हैं। राज खुलने से आपको अत्यंत दुख झेलना पड़ सकता है। अपने राज अपने तक रखें।
तीसरा शख़्स है मालिक या बॉस उन्हें अपने काम के राही खुश करके आप उनका दिल जीत सकते हैं। उनके गलत निर्णय लेने पर भी उनसे बहस न करें बल्कि अपनी कार्य क्षमता से स्वंय को सिद्ध करें। किसी भी परिस्थिति में उनकी बात को न टालें अन्यथा नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
चौथा शख़्स है मूर्ख व्यक्ति उससे बातें करने में या उसे कुछ समझाने में अपना समय बर्बाद न करें अन्यथा आपको ही हानि होगी। जैसा वो कहे तुरंत मान लें नहीं तो बेवजह दुख भोगना पड़ सकता है।
पांचवां शख़्स है धनवान व्यक्ति धन जीवन की ऐसी आवश्यकता है जिसके अभाव में जीवन यापन करना संभव नहीं है। अत: जीवन में कभी भी धनी व्यक्ति की सहायता की आवश्यकती पड़ सकती है। उससे संबंध खराब न करें।
छठा शख़्स है भगवान का ही रूप वैद्य अर्थात डॉक्टर अत: उसकी हिदायतों का पालन करें। कभी न भुलें जीवन का सबसे बड़ा सुख निरोगी काया है।
सातवां शख़्स है भाट प्राचीन काल में यह राजाओं के बहुत करीब होते थे क्योंकि यह राजाओं की बड़ाई करने में माहिर होते थे। इन से संबंध खराब करने पर आपको दुख- संताप छेलना पड़ सकता है।
आठवां शख़्स है कवि वह अपनी कविताओं के माध्यम से किसी की इज्जत को बना भी सकते हैं और मिटा भी सकते हैं।
नौवां शख़्स है रसोइया उसकी प्रत्येक बात को महत्व दें उसे कभी भी गुस्सा न दिलवाएं अन्यथा भोजन के राही वह आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सकता है।