Edited By ,Updated: 25 Feb, 2015 12:20 PM
मां भगवती दुर्गा संपूर्ण संसार को शक्ति देने वाली हैं। उनकी कृपा से ही धरती के सभी कार्य संपन्न होते हैं। अपने जीवन में आने वाले दुख, कष्ट और
मां भगवती दुर्गा संपूर्ण संसार को शक्ति देने वाली हैं। उनकी कृपा से ही धरती के सभी कार्य संपन्न होते हैं। अपने जीवन में आने वाले दुख, कष्ट और अभाग्य को दूर करने के लिए भगवती आराधना सर्वोत्तम उपाय है।
भगवती आराधना के लिए सर्वप्रथम गणेश जी का आहवान कर कलश स्थापित कर उसमें आम के पत्ते व पानी डालें (पानी में कुछ बूंदे गंगा जल की डाल लें) कलश पर पानी वाले नारियल को लाल वस्त्र अथवा लाल मौली से बांध दें। मां भगवती दुर्गा के तीनों रूप मां सरस्वती, मां लक्ष्मी व मां दुर्गा का आह्वान करें। शुद्ध घी की जोत जलाएं धूप बत्ती जला कर देवी मां के सभी रूपों का पूजन करें तत्पश्चात निम्न मंत्र का जाप करें।
भगवती मंत्र- सिंहस्था शशिशेखरा मरकतप्रख्यैश्चतुर्भिभुजै,शंखं चक्रधनु:शरांश्च दधती नेत्रैस्त्रिभि शोभिता. आमुक्तांगदहारकंकणरणत्कांचीरणन्नूपुरा, दुर्गा दुर्गति हारिणी भवतु नो रत्नोल्लसत्कुण्डला।
अर्थ- जो सिंह पर विराजमान है, मस्तक पर चन्द्र मुकुट है, मरकतमणि समान अपनी भुआओं में शंख चक्र धनुष बाण धारण हैं, तीन नेत्रों से सुशोभित है, जिनके अंग विभूषित है, जिनके कानों में रत्न जटित कुण्डल है, वे भगवती दुर्गा हमारी दुर्गति दूर करने वाली हों।