Edited By ,Updated: 19 Mar, 2015 08:39 AM
भारत पर जब राजा विक्रमादित्य का शासन था उस समय भारतीय विद्वानों ने भारतीय कैलेंडर विकसित किया। इस कैलेंडर का आरंभ हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से माना जाता है।
भारत पर जब राजा विक्रमादित्य का शासन था उस समय भारतीय विद्वानों ने भारतीय कैलेंडर विकसित किया। इस कैलेंडर का आरंभ हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से माना जाता है।
* शनिवार 14 मार्च, कृष्ण पक्ष की अष्टमी से शनि देव, वृश्चिक राशि में वक्री रहेंगे अर्थात् नए साल पर शनि की वक्र दृष्टि ही रहेगी।
* नए साल पर गुरु भी वक्री होंगे।
* एक दिन पहले, 20 मार्च को सूर्य ग्रहण लग रहा है।
* नव संवत् पर ही पंचक होगा। प्रथम चंद्रोदय मेष राशि में होगा।
* नए साल की शुरूआत ही शनिवार को है।
* नवरात्रे 8 दिन के होंगे।