Edited By ,Updated: 22 Jul, 2015 09:31 AM
श्री गणेश अपने भक्तों के समस्त विघ्नों को दूर करने के लिए विघ्नों के मार्ग में विकट स्वरूप धारण करके खड़े हो जाते हैं इसलिए किसी भी शुभ कार्य के आरम्भ में भगवान् श्री गणेश की पूजा-अर्चना करने का विधान है।
श्री गणेश अपने भक्तों के समस्त विघ्नों को दूर करने के लिए विघ्नों के मार्ग में विकट स्वरूप धारण करके खड़े हो जाते हैं इसलिए किसी भी शुभ कार्य के आरम्भ में भगवान् श्री गणेश की पूजा-अर्चना करने का विधान है। कहते हैं कि महादेव पुत्र श्री गणेश के नाम का शुद्ध चित्त भाव से चिंतन करने तथा उनकी श्रद्धा भाव से आराधना करते रहने से जीवन के कष्ट और दुर्भाग्य दूर होते हैं। घर और जीवन में खुशियों के हर रंग भर जाते हैं लेकिन इसके लिए वास्तु का भी ध्यान रखना जरुरी है।
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* धन-लाभ के लिए गणेश जी को छोटी इलायची डालकर मीठा पान चढ़ाएं इससे नौकरी में प्रमोशन भी प्राप्त होती है।
* गणेश चतुर्थी अथवा बुधवार के दिन गणेश जी को चार सुपारी चढ़ाने से व्यापार में लाभ होता है।
* रविवार के दिन एक सुपारी जेब में रखने से दिन भर आपके काम बनते रहेंगे।
* घर में जब हो गणपति का वास तो हर मुश्किल आसान हो जाती है लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रहे कि गणेश, लक्ष्मी और सरस्वती की मूर्तियां खड़ी स्थिति में न हो।
* जिस कुर्सी पर आप बैठ कर व्यवसाय या नौकरी करते हैं उसके पीछे की दिवार पर दौड़ते हुए घोड़ों की तस्वीर लगाएं। इससे आपका काम भी दौड़ने लगेगा और तरक्की मिलेगी। अगर आपके पीछे दिवार नहीं है तो उस स्थान पर काम में आपका मन नहीं लगेगा क्योंकि यह वास्तुदोष है।