Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Jul, 2021 07:56 AM
आषाढ़ मास की अमावस्या बहुत ही महत्वपूर्ण अमावस्या मानी जाती है। इस अमावस्या के बाद से सावन मास का प्रारंभ हो जाता है। आषाढ़ मास वर्ष का सबसे गर्म महीना माना जाता है और
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Ashadh Amavasya July 2021: आषाढ़ मास की अमावस्या बहुत ही महत्वपूर्ण अमावस्या मानी जाती है। इस अमावस्या के बाद से सावन मास का प्रारंभ हो जाता है। आषाढ़ मास वर्ष का सबसे गर्म महीना माना जाता है और अमावस्या के दिन चंद्रमा की स्थिति आकाश में न के बराबर होती है। ऐसी स्थिति में कई सारे धर्म-कर्म विधि-विधान बनाए गए हैं। जिनको करने से बहुत सारे लाभ मिलते हैं। अमावस्या के दिनों में चंद्रमा की स्थिति कमजोर होने के कारण प्रत्येक जनमानस पर इसका प्रभाव पड़ता है और हर माह के अमावस्या का अलग-अलग महत्व होता है। आषाढ़ मास की अमावस्या पितरों के तर्पण के लिए बेहद शुभ है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है। मन की शांति, पितरों की आत्मा को शीतलता देने के लिए अमावस्या बहुत ही उपयुक्त दिन है।
Halharini Amavasya 2021: आषाढ़ मास की अमावस्या को किसान अपने खेती करने वाले उपकरणों की पूजा करते हैं इसलिए इसे हल हरनी अमावस्या भी कहा जाता है। जिसके पश्चात से ही श्रावण मास का आरंभ व फसलों के नवजीवन की शुरुआत होती है। वनस्पति खिलने लगती है, वर्षा ऋतु प्रारंभ हो जाती है। भारत की कई जगहों पर इस दिन कुछ विशेष पूजा की जाती है। जिसका ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बड़ा ही महत्व है। अमावस्या और पूर्णिमा को किए गए उपाय आम दिनों के मुकाबले अधिक असर देते हैं।
Ashadh Amavasya upay: आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान चंद्र की मजबूत स्थिति बनाता है । संभव न हो तो घर में ही पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करने से धन लाभ होता है।
आषाढ़ी अमावस्या को तुला दान करने से कई ग्रहों की शांति हो जाती है। अपने वजन के हिसाब से इस दिन चावल गेहूं व ज्वार का दान करने से दरिद्रता दूर होती है। धन के स्रोतों में वृद्धि होती है।
अमावस्या के दिन पांच सुहागिन ब्राह्मणों को घर पर बुलाकर भोजन करवाएं। यदि संभव न हो तो 5 सुहागीनों को बुलाकर भी भोजन करवाया जा सकता है। ऐसा करने से पित्र शांति मिलती है। लक्ष्मी का वास सदैव घर में रहता है।
अमावस्या को किसी पानी वाले कुएं में दूध डालें। ऐसा करने पर धन की हालत अच्छी होगी और अनावश्यक खर्चें कम होंगे।
अमावस्या पर शुद्ध देसी घी का दीपक नॉर्थ वेस्ट की दिशा में जलाएं। ऐसा करने से व्यापार में सफलता मिलेगी।
इस दिन नंदी बैल को पूर्व मुखी हो कर भोजन कराएं। जिससे कि स्वास्थ्य में सुधार रहेगा और पितरों का आशीर्वाद मिलेगा।
नीलम
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