Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 Jun, 2018 11:55 AM
आषाढ़ का महीना आरंभ हो गया है। इस माह में रिमझिम फुहार यानि बरसात का मौसम भी आरंभ हो जाता है। हल्की-हल्की बारिश के साथ उड़ती मिट्टी की खुशबू किसी का भी मन मोह लेती है।
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आषाढ़ का महीना आरंभ हो गया है। इस माह में रिमझिम फुहार यानि बरसात का मौसम भी आरंभ हो जाता है। हल्की-हल्की बारिश के साथ उड़ती मिट्टी की खुशबू किसी का भी मन मोह लेती है। ज्योतिष की मानें तो वर्षा ऋतु का जल आपके लिए गुड लक लेकर आता है। आप भी एक माह तक अपने घर में खुशहाली चाहते हैं तो जब भी बारिश आए उसके पानी को इकट्ठा करके रखें। उसे किसी कांच की बोतल में डाल कर घर में किसी भी स्थान पर छुपा कर रख लें। इस उपाय से घर में सुख-स्मृद्धि बनी रहेगी और धनवान बनने के योग बनने लगेंगे। वैवाहिक जीवन में आ रही दरार को मधुर संबंधों में बदलने के लिए वर्षा ऋतु का यह अनमोल जल बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस महीने में निर्जला एकादशी व्रत, भीम सेनी एकादशी, श्री ध्यानु भगत जी की जयंती, चम्पक द्वादशी, श्री जगन्ननाथ जी की रथयात्रा, तंत्र और शक्ति की उपासना का पर्व गुप्त नवरात्रि आदि उत्सव मनाए जाएंगे। इस महीने में श्री हरि विष्णु, सूर्य देव और भगवती उपासना का खास महत्व है। आषाढ़ पूर्णिमा का खास महत्व है क्योंकि इस माह में गरू पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है।
जल के देवता की उपासना करने से धन प्राप्ति के योग बनने लगते हैं। ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए मंगल और सूर्य की अराधना करें।
खड़ाऊ, छाता, नमक और आंवले का दान किसी जनेऊधारी ब्राह्मण को करें।
जल वाले फल जैसे खरबूजा, तरबूज, खीरा आदि का दान करें।
इस महीने में बेल नहीं खानी चाहिए।
तेल वाली चीज़े कम खाएं।
सौंफ, घी, नींबू और हिंग खाना लाभदायक होता है।
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