Edited By Lata,Updated: 23 Feb, 2020 09:13 AM
जालन्धर (स.ह.): पठानकोट रोड पर गांव रायपुर रसूलपुर में स्थित शुरू हुए पहले शनि सुख ज्योतिष
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जालन्धर (स.ह.): पठानकोट रोड पर गांव रायपुर रसूलपुर में स्थित शुरू हुए पहले शनि सुख ज्योतिष सम्मेलन के पहले दिन सैंकड़ों लोगों ने मुफ्त में अपनी जन्मपत्री दिखाई और सम्मेलन में भाग लेने आए ज्योतिषियों की सेवाओं का लाभ उठाया। दिल्ली के प्रसिद्ध ज्योतिष एच.एस. रावत इस ज्योतिष सम्मेलन के दौरान मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए। ज्योतिष सम्मेलन की शुरूआत पं. दिनेश शास्त्री की अध्यक्षता में की गई पूजा के साथ हुई। इसके पश्चात वैदिक ज्योतिष, लाल किताब के माहिर ज्योतिषियों और टैरो कार्ड के जरिए ज्योतिषियों ने लोगों की जन्मपत्री देखी और उन्हें जीवन में पेश आ रही समस्याओं के समाधान बताए।
यह ज्योतिष सम्मेलन रविवार को भी चलेगा। धाम के संस्थापक मुरली मनोहर ने कहा कि शनि सुखधाम में लोगों की निष्काम सेवा के मकसद से आयोजित किया गया यह पहला सम्मेलन है और भविष्य में इसका दायरा बढ़ाया जाएगा और देशभर के ज्योतिषियों को इस सम्मेलन के साथ जोड़ा जाएगा। सम्मेलन के दौरान तेजस एस्ट्रो परिवार की अध्यक्ष भारती गुप्ता के अलावा विपन शर्मा, रोहित मक्कड़, संजय दीक्षित, अनुज शर्मा, गुरदीप ङ्क्षसह, आंचल शर्मा, राहुल शर्मा, निधि वर्मा, भावना रल्हन, आशु मल्होत्रा, वंदना शर्मा व विकास शर्मा ने भी लोगों की जन्मपत्री देखी और पहले दिन करीब 500 से ज्यादा लोगों ने इन ज्योतिषियों की सेवाओं का मुफ्त में लाभ उठाया। सम्मेलन के आयोजन में अमित अरोड़ा, ज्योति अरोड़ा, दुर्गा बिष्ट, सुमन, सिमरन, पुनीत, सोनू बस्सी, दिनेश हांडा, कनकेश, रोजी शर्मा, कनिका अरोड़ा, राज गुंबर, पवन मल्होत्रा, गौतम कुकरेजा, गोगी कत्याल, संजय, श्वेता कौड़ा, नंद किशोर, सरोज कौड़ा, रजिन्द्र पाल, मुनीष, सन्नी, सुनीता देवी, कुलङ्क्षवद्र, सुरिन्द्र, अंजना मल्होत्रा, अमित मल्होत्रा, भानु, धर्मवीर जैन, अजय जैन, सोनू कुकरेजा, करण व प्रभुदास का विशेष योगदान रहा।
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भारती गुप्ता, अध्यक्ष तेजस एस्ट्रो परिवार
सम्मेलन का अनुभव काफी अच्छा रहा और हमने पूरा दिन लोगों की कुंडलियां देख कर उनकी समस्याओं का समाधान किया। रविवार के दिन एक बार फिर हम लोगों की सेवा के लिए हाजिर होंगे। यह एक ऐसी विद्या है जिसके जरिए हम लोगों की सेवा कर सकते हैं।
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आशु मल्होत्रा, एस्ट्रोलॉजर जालन्धर
ज्योतिष सम्मेलन के पहले दिन लोगों में काफी उत्साह था। मैंने 100 से ज्यादा लोगों की कुंडली देखी और सम्मेलन में आए तमाम लोग ज्योतिषियों की सेवाओं से संतुष्ट होकर गए हैं। यह अपने आप में बड़ी बात है।
एच.एस. रावत ने बताई शनिदेव की महिमा
सम्मेलन में मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए एच.एस. रावत ने सम्मेलन के दौरान शनि देव को लेकर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि शनि आकार में काफी बड़ा है लिहाजा इसका प्रभाव भी उतना ही बड़ा होता है। यह एक राशि में गोचर करते हुए आगे व पीछे की राशि को भी प्रभावित करता है और यह विज्ञान का नियम है कि जब कोई बड़ी गाड़ी सड़क पर चलती है तो उसकी रोशनी सीधी सड़क के साथ-साथ दाएं-बाएं भी पड़ती है। इसके अलावा शनि जिन राशियों पर दृष्टि डालता है उनको भी प्रभावित करता है। लिहाजा करीब 50 फीसदी आबादी हमेशा शनि के प्रभाव में रहती है लेकिन यह प्रभाव हमेशा ही नकारात्मक नहीं होता बल्कि शनि कई राशियों में काफी अच्छा फल भी करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी शनि की साढ़ेसाती में ही दो बार प्रधानमंत्री बने हैं। लिहाजा शनि का प्रभाव आपके कर्मों पर निर्धारित है।