Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Aug, 2020 09:36 AM
श्री राम मंदिर बनने के बाद न केवल अयोध्या का गौरव बढ़ेगा, अपितु इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भारी समृद्धि आएगी। काम के नए अवसर खुलेंगे। यहां सब कुछ बदल जाने वाला है।’
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अयोध्या/नई दिल्ली (टा., इंट) : ‘श्री राम मंदिर बनने के बाद न केवल अयोध्या का गौरव बढ़ेगा, अपितु इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भारी समृद्धि आएगी। काम के नए अवसर खुलेंगे। यहां सब कुछ बदल जाने वाला है।’
अयोध्या में बुधवार को श्री राम मंदिर का शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब यह बात कही तो उनका संकेत उन संभावनाओं की ओर था जो अयोध्या नगरी का भाग्य बदलने वाली हैं।
श्री राम मंदिर के 2023 या 2024 में संपूर्ण हो जाने के बाद यहां राम के दर्शन करने के लिए देश और दुनियाभर से प्रतिदिन लगभग एक लाख रामभक्तों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतनी बड़ी संख्या में प्रतिदिन भक्तों और पर्यटकों के आगमन को देखते हुए ही प्रधानमंत्री ने सब कुछ बदल जाने की बात कही। इसी संभावना को लाभ में बदलने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने अयोध्या को विश्वस्तरीय पयर्टन, आर्थिक व धार्मिक गतिविधियों के बड़े केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए मैगाप्लान बनाने का काम शुरू कर दिया है।
अयोध्या की भावी विकास योजनाओं से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि श्री राम मंदिर का निर्माण आरंभ होने के साथ ही मैगाप्लान का क्रियान्वयन आरंभ कर दिया जाएगा। श्री राम मंदिर के डिजाइनर चंद्रकांत सोमपुरा के पुत्र आशीष सोमपुरा कहते हैं कि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता श्री राम मंदिर का निर्माण संपूर्ण कराने की है। हमारा प्लान तैयार है तथा लार्सन एंड टूब्रो कंपनी मंदिर का निर्माण करेगी।