Edited By ,Updated: 06 Dec, 2016 01:00 PM
भोजन करते समय बहुत-सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार भोजन को भी
भोजन करते समय बहुत-सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार भोजन को भी पूजनीय माना गया है, इसी वजह से खाने से पहले भोजन को प्रणाम किया जाता है। फिर अन्न देवता से प्रार्थना करनी चाहिए। अपने ईष्टदेव का ध्यान करते हुए पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए।
इसके साथ किसी दिव्य मंत्र का जाप करना चाहिए। शास्त्रों में कई भोजन मंत्र बताए गए हैं जिन्हें खाना खाने से पहले बोला जाता है। इनके अतिरिक्त हम गायत्री मंत्र, ऊँ नम: शिवाय जैसे सामान्य मंत्र भी बोलकर भोजन कर सकते हैं। ऐसा करने से शांति, स्वास्थ्य, धन और समृद्धि घर-आंगन में बनी रहती है।
ऐसा माना जाता है कि इन मंत्रों के प्रभाव से हमें हमेशा ही भोजन मिलता रहता है और देवी-देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है। मंत्रों की शक्ति से हम सभी भलीभांति परिचित हैं। भोजन से पहले मंत्र बोलने पर व्यक्ति को भूख अच्छे से लगती है, खाना पचने में कोई समस्या नहीं होती है। साथ ही मंत्रों की शक्ति से भोजन से असीम ऊर्जा की प्राप्ति होती है। यह भी कहा गया है कि यदि आप मंत्र न बोल सकें तो अपने गुरु या अपने ईष्ट का स्मरण करके भोजन शुरू कर सकते हैं।