Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Apr, 2018 01:15 PM
आमतौर पर कहा जाता है की सुबह अच्छी हो तो सारा दिन अच्छा निकलता है। इसके लिए व्यक्ति हर तरह का धर्म-कर्म अपनाता है। घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहे और सारा दिन मंगलमय ढ़ग से व्यतित हो,
आमतौर पर कहा जाता है की सुबह अच्छी हो तो सारा दिन अच्छा निकलता है। इसके लिए व्यक्ति हर तरह का धर्म-कर्म अपनाता है। घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहे और सारा दिन मंगलमय ढ़ग से व्यतित हो, इसके लिए वामन पुराण के चतुर्दशोध्याय के 21 से 25 श्लोक के मध्य एक स्तुति आती है। जो अक्षय पुण्य प्रदान करने वाली है। इस स्तुति को प्रतिदिन सुबह बिस्तर पर बैठे-बैठे बोलने से बुरे से बुरा समय कट जाता है और अच्छे दिनों का आरंभ हो जाता है।
स्तुति
ब्रह्मा मुरारिरित्रपुरान्कारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्र्च।
गुरुश्र्च शुक्र: सह भानुजेन कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।
भृगुर्वसिष्ठ: क्रतुरडिराश्र्च मनु: पुलस्त्य: पुलद्ध: सगौतम: ।
रैभ्यो मरीचिश्चयवनो ऋभुश्र्च कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।
सनत्कुमार: सनक: सनन्दन: सनातनोप्यासुरिपिडलौ च।
सप्त स्वरा: सप्त रसातलाश्र्च कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।
डेली रूटीन में शामिल करें ये काम
घर को साफ-स्वच्छ रखें। प्रतिदिन सुबह झाड़ू-पोछा करें। शाम के समय घर में झाड़ू-पोछा न करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और साधक को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है।
रोजाना भोजन करते समय परोसी गई थाली में से एक हिस्सा गाय को, एक हिस्सा कुत्ते को एवं एक हिस्सा कौए को खिलाएं। इससे घर में हमेशा बरकत रहती है।
घर से निकलने से पूर्व अपने माता-पिता और घर के बड़े बुजुर्गों का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में स्थित सभी विपरीत ग्रह आपके अनुकूल हो जाएंगे।