शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे बेस्ट तरीका है ये, 1 बार ज़रूर अपनाएं

Edited By Jyoti,Updated: 07 May, 2021 01:43 PM

benefits of shani yantra worhship in hindi

न्याय के देवता कहलाने वाले शनि देव से हर कोई भय खाता है, क्योंकि शास्त्रों में जो इनके बारे में वर्णन किया गया है उसके अनुसार शनि देव क्रोधित व क्रूर माने जाते हैं।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
न्याय के देवता कहलाने वाले शनि देव से हर कोई भय खाता है, क्योंकि शास्त्रों में जो इनके बारे में वर्णन किया गया है उसके अनुसार शनि देव क्रोधित व क्रूर माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस किसी की कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी नहीं होती, उसके जीवन में परेशानियां पैदा हो जाती हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति यही चाहता हैै कि किसी भी हालत में जीवन पर शनि का बुरा प्रभाव न पड़े। पंरतु जिन पर इनका दुष्प्रभाव पड़ जाए, उन्हें क्या करना चाहिए। इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। 

आपको बता दें ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को प्रसन्न करने के कई उपाय आदि बताए गए हैं। इन्हीं में से एक के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, जो जुड़ा है शनि देव के यंत्र से।  ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि यंत्र अंकों का एक ऐसा चमत्कार हैं, जिनसे प्रत्येक ग्रह के प्रकोप को सरलता से शांत किया जा सकता है। बात करें शनिदेव के यंत्र की तो यह 11 गुणा 3 के श्रृंखला योग का परिणाम होता है। इसमें 7 से लेकर 15 तक के अंक होते हैं, अर्थात 7 8 9 10 11 12 13 14 15 की अंख संख्या। इन्हें इस तरह व्यवस्थित किया जाता है कि एक सीध में किन्हीं भी तीन अंकों को जोड़ने पर कुल योग 33 हो। 

चलिए विस्तार पूर्वक जानते हैं कि इस यंत्र से कैसे शनि देव को प्रसन्न किया जा सकता है-

शनि देव के इस यंत्र को चांदी, सोने या भोजपत्र पर बनाकर पूजा स्थल में रखा जा सकता है। तो वहीं इसे गले या बांह पर भी धारण किया जाना शुभ होता है। ऐसी मान्यता है कि शनि यंत्र के शुभ प्रभाव से कुंडली में इनके प्रकोप का असर कम होता है। जातक का भाग्य चमकने लगता है, उसके जीवन में हर तरफ़ से खुशियां और सुख-सौभाग्य का आगमन होने लगता है। 

शनि यंत्र के प्रभाव से जातक का अपने धर्म के प्रति आस्था और विश्वास बढ़ता है। व्यापारिक कार्यों में भी इसे सहायक माना गया है। मगर ध्याव रहे अगर इसे घर में स्थापित कर लिया जाए तो निरंतर रूप से इसकी पूजा करना बहुत आवश्यक हो जाता है। इसे घर के पूजा स्थल में स्थापित कर इसकी विधि वत पूजा करनी चाहिए। 

मगर ध्यान रखें अगर शरीर के किसी अंग पर ये धारण हो तो ऐसे यंत्र को कभी पूजा स्थल में स्थापित न करें। वर्तमान समय में भी ये बाज़ारों आदि में आसानी से प्राप्त हो जाता है। कहा जाता है इसका निर्माण कुशल कारीगरों द्वारा किया जाता है। 

अगर शनि यंत्र को धारण करना हो तो कोशिश करें इस काम को शनिवार के दिन ही संपन्न करें, इस दिन इसका निर्माण और इसे धारण करना श्रेष्ठ माना जाता है। पर ध्यान रहे धारण करने से पहले इसका पोषशोपचार पूजन जरूर करवाएं। 
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!