Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Jul, 2023 09:10 AM
वास्तु शास्त्र में चांदी का एक विशेष स्थान माना गया है। मानव को चंगा रखे चांदी, आजकल आपकी चांदी है इत्यादि मुहावरे अनादिकाल से प्रचलित हैं। मैडीकल साइंस ने चांदी के बारे में काफी कुछ
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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में चांदी का एक विशेष स्थान माना गया है। मानव को चंगा रखे चांदी, आजकल आपकी चांदी है इत्यादि मुहावरे अनादिकाल से प्रचलित हैं। मैडीकल साइंस ने चांदी के बारे में काफी कुछ बताया है। ‘जाम्स रे थैरेपी’ में बताया गया है कि शरीर में चांदी के आभूषण पहनने से चांदी का अंगों के साथ स्पर्श करने से मानव के नर्वस सिस्टम में आराम मिलता है। चांदी के उपयोग से डिप्रैशन नर्वसनैस नहीं आती।
What are the benefits of wearing silver ornaments: शरीर में उत्पन्न होने वाले जहरीले तत्वों का नाश करती है। हैपेटाइटीस जैसे रोगों को भी ठीक करने में मददगार होती है। चांदी से मानसिक रोग में भी फायदा होता है। चांदी में आपके भावों जैसे वश में रखने की शक्ति है। चांदी का ऊर्जाएं सागर की लहरों के उतार-चढ़ाव को काबू में रखने की क्षमता रखती है इसलिए चांदी पहनने वाले के मन के उतार-चढ़ाव में सुकून भरा स्पर्श प्रदान करती है। विद्वानों ने चांदी को ‘मिरर आफ सोल’ (आत्मा का आईना) कहा है।
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Silver ornaments: कुछ शब्दों में आप इसे कह सकते हैं चांदी का स्पर्श आपको अपने अंदर झांकने का मौका प्रदान करता है। चांदी धातु अच्छी ‘कंट्रोलर की’ है। पहनने वाला स्वयं-स्वयं पर कंट्रोल करने लगता है। स्वयं का शिक्षक स्वयं बन जाता है। चांदी सब्र और धैर्य का भी इजाफा करती है।
Where to keep silver at home: चांदी ऊर्जावान धातु है। शरीर से नकारात्मक ऊर्जा को निकाल कर सकारात्मक ऊर्जाओं का सृजन करती है, चांदी के गहने पहनकर चंद्रमा की चांदनी में घूमने के अगणित फायदे हैं। चांदी बिना मांगे स्नेह, ममता, प्यार आप तक पहुंचा देती है। चांदी गृहस्थ जीवन में पति-पत्नी में मधुरता लाती है। चांदी चंद्रदेव की शुद्ध धातु मानी गई है। प्राचीन समय में मकानों की खुदाई में सिक्कों से भरे हुए चांदी के कलश मिलते थे। जब भी भवन का निर्माण होता था भूखंड के मध्य में (ब्रह्म स्थान) सांसारिक जीव अपनी सामर्थ अनुसार 1, 3, 5, 7, कलश विराजमान करते थे।