Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Jun, 2020 09:08 AM
2018 का पहला चन्द्र ग्रहण 31 जनवरी बुधवार को लगने वाला है। ग्रहण काल के दौरान चद्रंमा पूर्ण रूप से ग्रहण के काले साए में समा जाएगा। यूं तो ग्रहण के साए को शुभ नहीं माना जाता लेकिन कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें करके ग्रहण के साए से सुरक्षित रगा जा सकता है।
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Chandra Grahan 2020: 5 जून, 2020 को दूसरा चन्द्र ग्रहण लगने वाला है। इससे पहले चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगा था। ग्रहण काल के दौरान चद्रंमा पूर्ण रूप से ग्रहण के काले साए में समा जाएगा। यूं तो ग्रहण के साए को शुभ नहीं माना जाता लेकिन कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें करके ग्रहण के साए से सुरक्षित रहा जा सकता है।
सूतक एवं ग्रहण काल में मूर्त स्पर्श, अनावश्यक खाना-पीना, मैथुन, निद्रा, तेल लगाना वर्जित है। वृद्ध, रोगी, बालक, गर्भवती स्त्रियां यथानुकूल भोजन ग्रहण स्पर्श से पहले कर लें।
गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण काल में सब्जी काटना, पापड़ सेंकना इत्यादि कार्यों से परहेज करना चाहिए। कोई गांठदार वस्त्र भी न पहनें तो अच्छा है। उन्हें ग्रहण काल में चंद्रमा के प्रकाश से दूर रहते हुए धर्म, ध्यान, जाप तथा धर्म ग्रंथों का अध्ययन करना चाहिए।
गर्भवती महिलाएं गर्भ की सुरक्षा के लिए हं हनुमते रुद्रात्मकाय हूं फट॥ मंत्र का जाप करते हुए एक मोली पर नौ गांठे लगाकर हनुमान जी पर अर्पित करने के बाद अपनी कमर पर बांध लें।
ग्रहण के सूतक से पहले दूध/दही/अचार/चटनी इत्यादि खाद्य पदार्थों में कृशातृण (कुशा) रखना श्रेयकर होगा।
रोगी जनों के लिए ग्रहण काल में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए।
धन प्राप्ति की इच्छा वाले- श्री सूक्तम की 16 ऋचाओं का पाठ करें। जिनका धन रुका हो और कर्जा हो वे ओम गणेश ऋणं छिन्दि वरेण्यम हूं नम: फट स्वाहा का जाप करें। गायत्री मंत्र के जाप का भी विशेष महत्व है।