Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Mar, 2020 07:19 AM
आज 12 मार्च, गुरुवार को भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ गणपति जी की पूजा करने से महावरदान पाया जा सकता है। यदि आपके पास समय का अभाव हो
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Bhalchandra Sankashti Chaturthi 2020: आज 12 मार्च, गुरुवार को भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ गणपति जी की पूजा करने से महावरदान पाया जा सकता है। यदि आपके पास समय का अभाव हो या किसी अन्य कारणवश नियम से पूजा करना संभव न हो तो आप गणेश जी के 12 नामों का स्मरण करके भी अपनी ख्वाहिशें पूरी कर सकते हैं। भगवान शिव ने गणेश जी को 12 नाम देकर वरदान दिया था कि इन 12 नामों का नित्य जाप करने वाले को कभी किसी प्रकार के अनिष्ट का सामना नहीं करना पड़ेगा तथा उसके जीवन में सदा मंगल ही मंगल होगा।
पद्म पुराण के अनुसार भगवान के 12 नाम हैं, गणपति, विघ्नराज, लम्बतुण्ड, गजानन, द्वेमातुर, हेरम्ब, एकदन्त, गणाधिप, विनायक, चारुकर्ण, पशुपाल एवं भवात्मज।
जीवन में चल रही किसी भी समस्या के लिए करें ये उपाय
सूर्योदय या सूर्योस्त पर लाल गुलाब या गुड़हल के 27 फूल गं मंत्र का जाप करते हुए गणेश जी को अर्पित करें।
अपने घर में गणेश जी की हरे रंग की और वर्क प्लेस पर पूर्व दिशा में पीले रंग की तस्वीर या प्रतिमा लगाएं।
गणेश जी को पीले रंग का मोदक भोग लगाकर, लाल रंग के आसन पर बैठकर, इस मंत्र का कम से कम एक माला जाप करें ॐ नमो भगवते गजाननाय।
गणेश जी और मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर घर की उत्तर दिशा में लगाएं। उन्हें प्रतिदिन गुलाब का इत्र और पीले फूल चढ़ा कर पूजा करें और 108 बार ॐ गं गणपतये नमः मन्त्र का जाप करें।