Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 12:43 PM
सावन के महीने में सोमवार के व्रत की सर्वाधिक महिमा है। सोमवार के दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती के पूजन के साथ ही शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव
सावन के महीने में सोमवार के व्रत की सर्वाधिक महिमा है। सोमवार के दिन भगवान शिव एवं मां पार्वती के पूजन के साथ ही शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा का पात्र सहज ही बना जा सकता है। सावन में कुछ लोग पूर्णिमा से अौर कई संक्राति से सावन के व्रत रखते हैं। पूर्णिमा से माने तो कल से ही सावन का महीना शुरु है। सावन में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। भोलेनाथ को कुछ चीजें बहुत प्रिय हैं। सावन में इन चीजों को घर में रखा जाए तो भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है। इसके साथ ही हर कार्य का दोगुना फल मिलता है।
भस्म भगवान शिव की प्रिय वस्तुअों में से एक है। सावन में भस्म लाकर घर के मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा के साथ अवश्य रखें।
माना जाता है कि रुद्राक्ष की उत्पति भगवान शंकर के आंसूअों से हुई है। सावन में रुद्राक्ष को घर के मुखिया के कमरे में रखें। इससे कई लाभों की प्राप्ति होती है।
गंगाजल सबसे पवित्र है। भोलेनाथ ने गंगा को अपनी जटाअों में स्थान दिया था।गंगाजल को घर के रसोईघर में रखें। ऐसा करने से घर में बरकत बनी रहती है।
चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा घर के मुख्यद्वार के नीचे दबाएं। इससे घर के सभी वास्तुदोष दूर हो जाते हैं।
वास्तु के अनुसार घर में चांदी या तांबे के नंदी अलमारी या तिजोरी में रखें, जहां पैसे अौर ज्वेलरी रखी हों। ऐसा करने से घर में बरकत रहती है अौर घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
घर के जिस हिस्से में पारिवारिक सदस्य अधिक समय रहते हों, वहां तांबे के लोटे में जल भर कर रखें। इससे पारिवारिक सदस्यों के मध्य प्रेम व विश्वास बना रहता है।
बच्चों के कमरे में डमरू रखना चाहिए। इससे बच्चों पर किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव नहीं डालती अौर उन्हें हर कार्य में सफलता मिलती है।
घर के मुख्य हॉल में सावन के दौरान चांदी या तांबे का त्रिशूल रखें। ऐसा करने से घर पर किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा का असर नहीं होगा।