Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 May, 2020 07:13 AM
भारत में पिछले लंबे समय से कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लगा हुआ था। चाहे ये संकट अभी पूरी तरह टला नहीं है लेकिन आम जनमानस इससे संबंधित हिदयतों का पालन अवश्य
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
A guide to opening your business after covid-19 lockdown: भारत में पिछले लंबे समय से कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन लगा हुआ था। चाहे ये संकट अभी पूरी तरह टला नहीं है लेकिन आम जनमानस इससे संबंधित हिदयतों का पालन अवश्य कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए लोगों ने अपने कारोबार का पुन: आरंभ तो कर लिया है लेकिन आज जिस व्यापारी को देखो प्राय: वो रोता हुआ ही नज़र आता है कि मेरा व्यापार चल नहीं रहा है। व्यापार में घाटा हो रहा है। पहले तो बहुत आमदनी होती थी, पर अचानक न जाने क्या हो गया।
यदि किसी के व्यापार में लगातार नुक्सान हो रहा हो तो किसी भी बुधवार के दिन यह प्रयोग शुरू कर सकते हैं। यह प्रयोग कम-से-कम पांच सप्ताह तक लगातार करना आवश्यक होता है। प्रयोग को प्रारंभ करने वाले बुधवार को पीली कौड़ी लें, एक जोड़ा लौंग लें, एक जोड़ी छोटी इलायची तथा अपने व्यापार स्थल की एक चुटकी मिट्टी लेकर इन कौड़ियों को जला लें जो इनकी राख बनेगी, उस राख को एक पान के पत्ते में रखकर उसमें एक छेद वाला तांबे का पैसा डाल दें। इस सारी सामग्री को यह प्रयोग बुधवार के दिन करना लाभप्रद रहता है। किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। जिस दिन सारी सामग्री को जल में प्रवाहित करें उस दिन का उपवास रखें तथा किसी 9 वर्ष से छोटी कन्या को भोजन कराएं अथवा किसी भूखे को भोजन कराएं तथा कुछ दक्षिणा भी दें।
व्यापारिक परेशानियां
अगर कोई व्यक्ति या कोई कंपनी व्यापार में खराबी करते हों तो उस आदमी या कंपनी के किसी व्यक्ति का जूता उठाकर उसको पानी में डुबो दें।
जब तक जूता पानी में डूबा रहेगा, आपस में लड़ाई-झगड़े होते जाएंगे तथा आपकी परेशानियां दूर हो जाएंगी।