Edited By Lata,Updated: 20 Mar, 2020 04:15 PM
मां दुर्गा की आराधना व पूजा करने के लिए नवरात्रि का पर्व बहुत ही शुभ माना गया है और इस साल चैत्र
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मां दुर्गा की आराधना व पूजा करने के लिए नवरात्रि का पर्व बहुत ही शुभ माना गया है और इस साल चैत्र नवरात्रि का पर्व 25 मार्च से शुरू हो रहा है। पूरे 9 दिनों तक माता की आराधना की जाएगी। बहुत से लोग नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक ही व्रत रखते हैं, ताकि मां की अपार कृपा उन्हें मिल सके। वहीं अगर नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करते या सुनते हैं, तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और मां का आशीर्वाद भी मिलता है।
दुर्गा सप्तशती पाठ के लाभ
नवरात्रि के दौरान दुर्गा पूजन और दुर्गा सप्तशती का पाठ सुनना या पढ़ना सभी गृहस्थों के लिए वरदान की तरह है। कहते हैं कि इस पाठ को पढ़ने से मनुष्य की हर परेशानी दूर हो जाती है। जो लोग सब कुछ होते हुए भी परिवार में तनाव और कलह से परेशान हैं, जो हमेशा शत्रुओं से दबे रहते हैं, मुकदमों में हार का भय सताता रहता है या जो प्रेत आत्माओं से परेशान रहते हैं उन्हें मधु और कैटभ जैसे राक्षसों का संहार करने वाली माता महाकाली के दुर्गासप्तशती के प्रथम चरित्र का पाठ करना या सुनना चाहिए।
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आर्थिक समस्या होगी दूर
जिनका कार्य व्यापार बंद हो चुका हो, जिनके जीवन में स्थिरता नहीं हो, जिनका स्वास्थ्य साथ न दे रहा हो, घर की अशांति से परिवार बिखर रहा हो अथवा पूर्णतः भौतिक सुखों से वंचित हो ऐसे प्राणी को माता महालक्ष्मी की आराधना और मध्यम चरित्र का पाठ करना या सुनना चाहिए।
हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता
जिनका पढाई में मन न लग रहा हो, स्मरणशक्ति कमजोर हो रही हो या फिर जो शिक्षा-प्रतियोगिता में असफल रहते हों, ज्यादा पढ़ाई करते हो और नंबर कम आता हो अथवा जिनको ब्रह्मज्ञान और तत्व की प्राप्ति करनी हो उन्हें माता सरस्वती की आराधना और उतम चरित्र का पाठ करना चाहिए।
मोक्ष देता है दुर्गा सप्तशती का पाठ
संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का दशांग या षडांग पाठ संसार के चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष देने वाला है। घर में वास्तु दोष हो तो यह पाठ अथवा श्रवण इन दोषों के कुप्रभाव से छुटकारा दिला देता है।