Edited By Jyoti,Updated: 14 Apr, 2021 05:19 PM
आमतौर पर कहा जाता है लाल किताब में कई तरह के उपाय वर्णित है। मानव जीवन की लगभग हर समस्या का अंत ज्योतिष शास्त्र में वर्णित है। इसलिए लोग ज्योतिषियों की सलाह लेकर इ
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आमतौर पर कहा जाता है लाल किताब में कई तरह के उपाय वर्णित है। मानव जीवन की लगभग हर समस्या का अंत ज्योतिष शास्त्र में वर्णित है। इसलिए लोग ज्योतिषियों की सलाह लेकर इन उपायों को अपनाते भी हैं। इसमें न केवल समस्याओं से जुड़े बल्कि सनातन धर्म के कई महत्वपूर्ण त्यौहारों आदि से जुड़े उपाय आदि बताए गए। मगर इसके अलावा इसमें कई तरह के रहस्य भी हैं, आप जानते हैं? जी हां, ज्योतिष शास्त्री बताते हैं कि इसमें माता दुर्गा से जुड़ी भी कई बातें बताई हैं। कहा जाता है लाल किताब के अनुसार बुधवार का दिन माता दुर्गा का होता है, पुराणों में वर्णन है कि बुध ग्रह का वाहन सिंह, जिस कारण इनकी तुलना शक्ति से की गई है। माना जाता है कि जिस प्रकार भक्तों का देवी दुर्गा सिंह पर सवार होकर जग में विचरती हैं और अपने भक्तों के दुखों को दूर करती हैं, ठीक उसी प्रकार बुध भी अपने सिंह पर सवार होकर सृष्टि में विचरण करते हैं। तो आइए जानते हैं इसमें वर्णित कुछ खास बातें-
लाल किताब के अनुसार मां दुर्गा, हरे रंग का तोता, भेड़ और बकरी, सिर, जबान सभी के आधिपत्य यानि मालिक बुध ग्रह होते हैं।
मानव को जन्म देने वाली माता और आपकी बेटी दोनों ही बुध है। लाल किताब के अनुसार बेटी जब तक बेटी रहती है तब तक बुध है और जब वह स्वयं मां बन जाती है तो चंद्र हो जाती है। मतलब यह कि चंद्र और बुध मां बेटी हैं।
इसके अलावा बुध को बहन भी माना जाता, अर्थात आपकी बहन भी बुध का प्रतीक है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार जिस किसी की कुंडली में बुध ग्रह कष्ट दे रहा हो, उसे शक्ति की उपासना करनी चाहिए। ऐसे में जातक को रोज नंगें पांव दुर्गा मंदिर जाकर वहां बैठकर दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तसती का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा माता के मंत्रों का जप करे सकते हैं, ॐ दुर्ग दुर्गाय नम: मंत्र का उच्चारण अधिक लाभदायक माना जाता है।
माता दुर्गा के साथ-साथ कुंडली के बुध ग्रह से शुभ फल पाने के लिए जातक को अपनी बहन, बेटी, बुआ, साली और कन्याओं को खुश रखना चाहिए तथा उनसे आशीर्वाद लेंना चाहिए।
बुधवार के दिन दुर्गा माता के मंदिर में जाकर माता को हरे रंग की चूड़ियां चढ़ानी चाहिए या फिर 9 कन्याओं को हरे रंग का रुमाल भेंट करें।