Edited By Jyoti,Updated: 06 Apr, 2019 11:17 AM
जैसे कि हम आपको बाता चुके हैं कि 6 अप्रैल यानि आज से नवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है। हिंदू धर्म का ये प्रमुख त्यौहार इस महीने की 14 तारीख तक चलेगा। जिस दौरान पूरे जोरों-शोरों से नवदुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाएगी जो हैं,
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जैसे कि हम आपको बाता चुके हैं कि 6 अप्रैल यानि आज से नवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है। हिंदू धर्म का ये प्रमुख त्यौहार इस महीने की 14 तारीख तक चलेगा। जिस दौरान पूरे जोरों-शोरों से नवदुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाएगी जो हैं, शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कत्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हैं। ज्योतिष के अनुसार नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के अलावा मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है। मान्यता है कि मां शैलपुत्री सौभाग्य की प्रतीक है। जो भी इनकी सच्चे मन से अराधना करता है उनको सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में इनके स्वरूप को कुछ इस तरह वर्णित किया गया है- मां शैलपुत्री बैल पर सवारी करती हैं, इनके एक हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुषप सुशोभित होते है। बता दें कि इनको वृषारूढ़ा भी कहा जाता है।
चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन की पूजन विधि-
कुछ मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना करने का विधान है। ज्योतिष के अनुसार जिस स्थान पर घट स्थापना की जाती है उसे गंगाजल आदि से पवित्र कर लें।
इसके बाद मिट्टी की हांडी में जौ बोएं। फिर इस मिट्टी के बर्तन को पूजा स्थान पर रख दें।
अब कलश लेकर उसमें स्वच्छ जल भरें फिर इसमें एक सुपारी, एक सिक्का और एक हल्दी की गांठ डाल दें। फिर कलश के ऊपर नारियल रखें।
ध्यान रहे कलश पर नारियल को स्थापित करने से पहले उस पर कलावा और एक लाल रंग की चुनरी ज़रूर बांध लें। अब इस कलश को पूजन स्थल में स्थापित कर सकते हैं।
ज्योतिष के मुताबिक कलश के नीचे थोड़े गेहूं के दाने भी रख सकते हैं। आखिर में सभी देवी-देवताओं का आवाह्न करें। अब कलश के आगे घी का दीपक और धूप जलाएं।
मां दुर्गा की चौकी की स्थापना विधि:
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन एक लकड़ी की चौकी या पाटे को बिछाएं। इसे गंगाजल से साफ़ करें। फिर इस चौकी पर एक लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। ध्यान रहे कि माता की चौकी को कलश के दाईं ओर रखें। अब चौकी पर मां दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। इसे स्थापित करने के बाद देवी को कुमकुम का तिलक लगाएं और देवी को लाल रंग की चुनरी चढाएं और फूल की माला चढ़ाएं।
चैत्र नवरात्रि मंत्र-
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे ओम् शैलपुत्री देव्यै नम:।
Chaitra Navratri 2019 : घट स्थापना मुहूर्त और सबसे सरल पूजन विधि (VIDEO)