गुस्से वाले लोग एक बार अवश्य TRY करें ये चमत्कारी टोटका

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 28 May, 2018 10:56 AM

chanakya niti

क्रोध नवरसों में से एक है जिस तरह जीवन में प्रकाश और अंधकार का सामंजस्य रहता है उसी तरह प्रसन्नता और मुस्कान के साथ क्रोध का भी समावेश रहता है। जीवन में निराशा, भाग-दौड़, दुख-दर्द, नुक्सान आदि लगे रहते हैं,

ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें विडियो)
क्रोध नवरसों में से एक है जिस तरह जीवन में प्रकाश और अंधकार का सामंजस्य रहता है उसी तरह प्रसन्नता और मुस्कान के साथ क्रोध का भी समावेश रहता है। जीवन में निराशा, भाग-दौड़, दुख-दर्द, नुक्सान आदि लगे रहते हैं, इनसे क्रोध व तनाव उभरता है। इनको जड़ से मिटाना मुश्किल है और मिटाया भी क्यों जाए? हां, क्रोध को रचनात्मक बनाकर और क्रोध के समय चुप्पी साधते हुए, स्वयं को अन्य कामों में लगाकर आप अपने जीवन की लंबी दौड़ में ज्यादा सुखी और स्वस्थ अवश्य रह सकते हैं। 
PunjabKesari

चाणक्य नीति सूत्र में आचार्य चाणक्य कहते हैं की व्यक्ति क्रोध से अपना नाश करता है। 

आत्मानमेव नाशयति अनात्मवतां कोप:।

जो मूर्ख हैं, उनका मन साफ नहीं होता। मूर्ख लोगों को किसी प्रकार का कोई ज्ञान नहीं होता वे सब कार्य बिना सोचे-विचारे ही करते हैं। उन्हें अच्छे-बुरे की पहचान नहीं होती। ऐसे लोग व्यर्थ में क्रोध करके अपना ही नाश कर लेते हैं।
PunjabKesari

क्रोध पर काबू पाया जा सकता है, लेकिन बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो चाह कर भी क्रोध पर नियंत्रण नहीं रख पाते। ऐसे में यदि वे क्रोध को नियंत्रित नहीं कर सकते, तो उसे रचनात्मक बनाकर इससे होने वाली बीमारियों और नुक्सान से अवश्य बच सकते हैं। 

जब किसी व्यक्ति पर क्रोध आने लगे, तो उसी क्षण अपनी आंखें बंद कर उस व्यक्ति की हास्यास्पद तस्वीर मन में बना लें या किसी चुटकुले का पात्र बना दें। इसी तरह अपने साथ हास्य व्यंग्य, प्रेरणा देने वाले व्यक्तियों की पुस्तकें और डायरी हमेशा साथ रखें। जब अंतर्मन में क्रोध से भुजाएं फड़कने लगें, तो तुरंत डायरी और पैन लेकर कुछ भी लिखने बैठ जाएं।
PunjabKesari

‘एम एसार’ का मानना है कि ‘‘क्रोध वह प्रक्रिया है जिसमें आपका मुंह आपके दिमाग के मुकाबले काफी तेजी से काम करने लगता है।’’ इसीलिए मुंह को बंद करने के लिए रचनात्मक कार्यों में अपना ध्यान लगाएं। 
PunjabKesari

क्रोध के कारण विचार मन में उत्पन्न न हों इसलिए आड़ी-टेढ़ी रेखाएं ही पेपर पर खींचें। कई बार अनायास ही आड़ी-टेढ़ी रेखाओंं की आकृति में अत्यंत कलात्मकता के दर्शन होते हैं। यदि कुछ लिख सकते हैं तो क्रोध के समय विचारों को लेख और कविता में ढालने का प्रयत्न करें। इस प्रकार क्रोध धीरे-धीरे आपके नकारात्मक भावों को उभारने की बजाय आपकी प्रतिभा और रचनात्मकता को तलाशने का केंद्र बन जाएगा।
PunjabKesari

ये है वो जगह जहां कौओं की एंट्री है बैन (देखें विडियो)

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!