सफलता मिलने पर याद रखें ये बातें वरना...

Edited By Jyoti,Updated: 31 Dec, 2020 04:24 PM

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अक्सर लोगों को यह कहते सुना जाता है कि अपने बुरे वक्त को याद करके दुखी नहीं होना चाहिए बल्कि हमेशा अपने आने वाले कल पर फोक्स करना चाहिए। ये बात कई हद तक सही है।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्सर लोगों को यह कहते सुना जाता है कि अपने बुरे वक्त को याद करके दुखी नहीं होना चाहिए बल्कि हमेशा अपने आने वाले कल पर फोक्स करना चाहिए। ये बात कई हद तक सही है। परंतु अपने बुरे वक्त को भूलना चाहिए ये सही नहीं है। जी हां, हमारे सनातन धर्म के प्राचीन शास्त्र हो या फिर महान विद्वानों के नीति ग्रंथ हो सभी के ज्ञान का सार यही बताया गया है कि किसी भी इंसान को अपने पुराने समय को कभी भूलना नहीं चाहिए, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने बुरे समय को याद रखना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति अपने जीवन के भूतकाल को हमेशा याद रखता है, वो अपने जीवन में हमेशा बुलंदियां छूता है। सफल होने के बाद भी हमेशा अपने बुरे वक्त को भी याद रखना चाहिए, इससे भविष्य में किसी तरह की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता। 

कहा जाता है कि सफल होना उतना मुश्किल कार्य नहीं है जितना सफलता को बनाए रखना। तो आइए सफलता से जुड़ी आपकी ऐसी बातें बताते हैं जिनके बारे में गीता में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को बताई थी। 

गीता उपदेश देते समय भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था, हे अर्जुन सफल व्यक्ति का गंभीर होना बहुत आवश्यक होता है। क्योंकि गंभीरता व्यक्ति को सक्षम और कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। इसके विपरीत जो व्यक्ति सफल होने के बाद अहंकार में डूब जाता है, दूसरों को अपनी सफलता का अहसास कराते हैं, सामने वाले व्यक्ति को कमतर आंकते हैं, इनके पास सफलता ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाती। इतना ही नहीं ऐसे लोगों के जीवन में अज्ञात शत्रुओं की भी भरमार लग जाती है। सफलता को कायम रखना है तो शत्रुओं की संख्या को कम करके रखना चाहिए। जिसके शत्रु कम होते हैं, उन्हें सफलता मिलने के अधिक आसार होते हैं। 

इसके अलावा सफलता मिलने पर कभी जातक को अपने जीवन में इन तीन चीजें नहीं भूलनी चाहिए- 

सफलता मिलने के बाद कुछ लोगों में अहंकार आ जाता है,  इसी अहंकार में वे दूसरों का सम्मान करना भूल जाते हैं। जिसे शास्त्रो में बहुत गलत आदत माना जाता है।  

जो व्यक्ति अपनी ही तरह दूसरे व्यक्तियों को सफल बनाने के लिए परिश्रम करता है, समाज ऐसे लोगों का अनुसरण करता है।

सफल व्यक्ति को कभी अपने बर्ताव में विनम्रता और वाणी की मधुरता में कमी नहीं आने देनी चाहिए। शास्त्रों में कहा जाता है कि जिसके पास ये दोनों ही चीजें है, वह सभी के हृदय का प्रिय होता है।

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