Edited By Jyoti,Updated: 23 Apr, 2020 06:59 PM
प्राचीन काल के महान नीति शास्त्रों की बात की जाए तो उसमें सबसे पहला नाम आचार्य चाणक्य का आता है। इन्होंने अपने ज्ञान के बलबूते पर समाज में एक अलग ही प्रकार का नाम और रुतबा पाया।
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प्राचीन काल के महान नीति शास्त्रों की बात की जाए तो उसमें सबसे पहला नाम आचार्य चाणक्य का आता है। इन्होंने अपने ज्ञान के बलबूते पर समाज में एक अलग ही प्रकार का नाम और रुतबा पाया। जहां लोगों को उनके बल के दम पर जाना जाता था। वहीं अचार्य चाणक्य को उनके ज्ञान के कारण दुनिया में पहचान मिली। इन्होंने एक नीति शास्त्र की रचना की जिसमें इन्होंने मनुष्य के जीवन से जुड़ी ऐसी कई बातें बताई हैं जिन्हें अगर इंसान समझ ले तो वह अपने जीवन में बहुत ऊंचाइयां हासिल कर सकता है।
चाणक्य नीति सूत्र में शाम इनकी नीतियां ना केवल मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने के लिए मदद करती हैं बल्कि मनोबल बढ़ाने का काम भी करती है। इन नीतियों से व्यक्ति अपने जीवन में नहीं प्रेरणा लेता है इसी प्रेरणा से वह अपने जीवन में संघर्ष कर एक अच्छा मुकाम हासिल करता है। तो चलिए आज जानते हैं चाणक्य द्वारा बताई गई कुछ ऐसी बातों के बारे में जिनमें उन्होंने बताया है कि किस तरह के लोग धोखेबाज नहीं होते।
आजकल के जमाने में लोग कुछ भी करते हैं तो उसका अहसान जताते हैं। इतना ही नहीं बल्कि अच्छे कर्म करने के बाद स्वार्थी बाव रखते हैं। उस अच्छे कर्म के बदले वे अपने लिए कुछ अच्छा होने की उम्मीद रखते हैं। मगर चाणक्य का मानना है जो लोग निस्वार्थ भाव से किसी अन्य व्यक्ति की सेवा करते हैं तथा किसी का अच्छा करता है, वह विश्वास पात्र होते हैं। ऐसे लोग जीवन में कभी भी किसी को धोखा नहीं देते और न ही किसी का बुरा करते हैं।
हर किसी को किसी न किसी चीज़ का लालच होता है परंतु जो व्यक्ति किसी भी तरह का लालच न रखता हो। उस पर आंख बंद करके विश्वास किया जा सकता है। ऐसा व्यक्ति कभी भी किसी का विश्वास नही तोड़ता।
अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोगों को बातें घुमा कर करने की आदत होती है। मगर जो व्यक्ति अपने मन की हर किसी के आगे स्पष्ट रखता है वह व्यक्ति कभी किसी को धोखा नहीं देता। कहने का अर्थात है जिस व्यक्ति का दिल साफ होता है, मन में किसी की प्रति पूरे भाव नहीं होते वह व्यक्ति मित्रता करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।ऐसा इंसान कभी भी अपने मित्र का अहित नहीं चाहता।
आजकल के चकाचौंध वाले जमाने में बहुत जल्दी लोग प्रभावित हो जाते हैं। मगर चाणक्य नीति के अनुसार जो व्यक्ति साधारण जीवन जीता है, जिस पर दुनिया की चकाचौंध का जरा सा भी असर नहीं पड़ता, वह विश्वासपात्र होता है। ऐसे लोगों को दूसरों की बातों से कोई मतलब नहीं होता। अपने तक ही सीमित होते हैं। किसी को धोखा देने के बारे में यह सोच भी नहीं सकते।