Edited By Lata,Updated: 08 Sep, 2019 03:24 PM
आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में ऐसी बहुत सी नीतियों की रचना की है, जिसे अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार ले तो उसका जीवन सुधर सकता है
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आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में ऐसी बहुत सी नीतियों की रचना की है, जिसे अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार ले तो उसका जीवन सुधर सकता है और उसके जीवन की हर समस्या हल हो सकती है। आचार्य का कहना है कि आज के समय में इस समाज में मूर्ख व्यक्ति को कोई नहीं पूछता है। इस संसार में केवल ज्ञानवान व्यक्ति की ही पूजा होती है। उसे ही सम्मान की नजर से देखा जाता है। इसी को लेकर चाणक्य ने अपने एक श्लोक में कहा है कि-
अज्ञाफलमैश्वर्यम्।
अर्थ : ज्ञान ऐश्वर्य का फल है।
भावार्थ : ज्ञानवान व्यक्ति की ही संसार में पूजा होती है। उसे आदर और सम्मान से देखा जाता है। यह आदर और सम्मान ही उसके लिए ऐश्वर्य है। उसकी योग्यता के कारण ही उसे भौतिक सुख प्राप्त होते हैं।