Edited By Jyoti,Updated: 10 Sep, 2018 06:44 PM
चाणक्य नीति एक ऐसे महान विद्वान का शास्त्र है, जिसकी नीतियां आज के समय में भी इतनी प्रांसगिक है, जितनी उस समय में थी। कहा जाता है कि किसी भी असफल इंसान के लिए ये बहुत उपयोगी मानी जाती है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें Video)
चाणक्य नीति एक ऐसे महान विद्वान का शास्त्र है, जिसकी नीतियां आज के समय में भी इतनी प्रांसगिक है, जितनी उस समय में थी। कहा जाता है कि किसी भी असफल इंसान के लिए ये बहुत उपयोगी मानी जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इन्होंने अपनी नीतियों के बल पर साधारण चन्द्रगुप्त को मगध का राजा बना दिया था। आइए जानते हैं इनकी एक एेसी नीति के बारे में जिसमें इन्होंने व्यक्ति के बारे में कहा है कि अगर किसी भी इंसान में 100 गुणों के साथ-साथ कोई एक एेसा बड़ा दोष हो तो वह उसके सारे गुणों पर भारी पड़ सकता है। आइए जानते हैं चाणक्य की नीति के इस श्लोक के बारे में-
श्लोक-
बहूनपि गुणानेको दोषो ग्रसते।
भावार्थ-
बड़ा दोष गुणों पर भारी
अर्थात-
मनुष्य में यदि बहुत से गुण हों और उसमें कोई एक बड़ा दोष हो तो वह उसके सारे गुणों को नष्ट कर देता है। जैसे कोई व्यक्ति सर्वगुण सम्पन्न होने पर भी मद्यपी (शराबी) हो तो उसके सारे गुण शराब सेवन के कारण धूमिल हो जाते हैं।
विश्व विजेता रावण को बंदर ने कैसे हराया? (देखें Video)