Edited By Jyoti,Updated: 14 Nov, 2019 05:04 PM
अगर महान व बड़े विद्वानों का नाम आता है तो सबसे पहला नाम आचार्य चाणक्य का आता है। कहा जाता है ये वो महान विद्वान थे जिनकी नीतियों में इनका बल था कि कोई भी आम इंसान इसके दम पर राजा तक बन सकता है।
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अगर महान व बड़े विद्वानों का नाम आता है तो सबसे पहला नाम आचार्य चाणक्य का आता है। कहा जाता है ये वो महान विद्वान थे जिनकी नीतियों में इनका बल था कि कोई भी आम इंसान इसके दम पर राजा तक बन सकता है। तो आज बाल दिवस के मौके पर हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं जिससे आपका दिमाग भी चाणक्य जैसे तेज़ हो जाएगा। हिंदू धर्म में बुद्धि का उच्चस्तीय विकास बुद्धि बढ़ाने के लिए अनेक मंत्र और उपाय भी बताएं गए है। इसके अनुसार अगर किसी बच्चे की मानसिक बुद्धि का विकास ठीक से न हो रहा हो तो घर के बड़े लोगों को शास्त्रों में बताए ये उपाय ज़रूर अपनाने चाहिए। ऐसा माना जाता है इन उपायों को करने से कुछ ही दिनों में बच्चे की मंदबुद्धि प्रखर होने लगती है।
हर रोज़ ‘ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र का 11 जप बार बच्चों से जाप करवाएं। इसके साथ ही बुधवार को गणेश जी का गुड़ मिले जल से अभिषेक करें। ऐसा करने से भी बच्चे की बुद्धि में चमत्कारी रूप से विकास होता है।
अगर किसी बच्चे की बुद्धि मंद हो तो हर रोज़ बच्चे से 21 या 108 बार सद्बुद्धि का यानि गायत्री मंत्र का जाप करवाएं।
पढ़ाई में कमज़ोर बच्चे से रोज़ाना उगते सूर्य को जल दें। ऐसा कहा जाता है जो व्यक्ति सूर्य को सिद्ध और प्रसन्न कर लेता है उसकी बुद्धि सूर्य की तरह प्रकाशवान तेजस्वी होने लगती है। इसके अलावा रोज़ 51 बार 'ॐ' ओमकार का उच्चारण करने से भी पढ़ाई में कमज़ोर बच्चे की बुद्धि तेज़ हो जाती है।
मानसिक विकास नहीं हो रहा हो तो इस सरस्वती मंत्र को उच्चारण बच्चे से प्रतिदिन सुबह-शाम 21 बार करवाते रहें।
मंत्र- ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः
मंद बुद्धि वाले बच्चों के सिरहाने रात में सोने से पहले अशोक वृक्ष के तीन पत्तों को रखें। सुबह जब बच्चा सोकर उठे तो सभी पत्तों को बहते जल में प्रवाहित कर दें। माना जाता लगातार 1 माह तक ये उपाय करने से बच्चे में चेंज आप खुद अनुभव करेंगे।