Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Oct, 2020 10:18 AM
राहु-केतु के राशि परिवर्तन और गुरु-शनि की सीधी चाल से स्थितियों में सुखद परिवर्तन अब साफ दिखने लगा है। सितंबर महीने में जब ग्रहों के राशि परिवर्तन की बड़ी ज्योतिषीय घटनाएं हुई थी, तब मैंने कहा था कि
Coronavirus Astrology prediction: राहु-केतु के राशि परिवर्तन और गुरु-शनि की सीधी चाल से स्थितियों में सुखद परिवर्तन अब साफ दिखने लगा है। सितंबर महीने में जब ग्रहों के राशि परिवर्तन की बड़ी ज्योतिषीय घटनाएं हुई थी, तब मैंने कहा था कि ग्रहों की युति यानी कंबीनेशन के सुखद परिणाम आने वाले दिनों में मिलना शुरू हो जाएंगे और देश-दुनिया में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी थमने लगेगी।
COVID-19 Astrology Prediction: जो लोग ज्योतिष को नहीं मानते, वे शायद ग्रहों के बदलाव से होने वाले सुखद परिवर्तन पर अविश्वास जताएं या फिर इस बात की खिल्ली उड़ाएं लेकिन आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि देश में अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी थमने लगी है और मृत्यु दर भी घटकर काफी नीचे आ गई है।
Corona Crisis: ज्योतिष में राहु व केतु को किसी ऐसी महामारी का कारक माना जाता है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेती है। पिछले साल जब धनु राशि व मूल नक्षत्र में सूर्य ग्रहण लगा था और इस राशि में 6 ग्रही योग बना था, तब चीन के वुहान में करोना वायरस ने वहां लोगों को अपना ग्रास बनाना शुरू कर दिया था। पाप ग्रह राहु ने आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करके इस संक्रमण को दुनिया भर में फैलाया। देव गुरु बृहस्पति का जब केतु के साथ कंबीनेशन बना तो यह संक्रमण एक प्रकोप बन कर दुनिया के कई देशों में फैलता चला गया।
When Will Coronavirus End: पिछले महीने 23 सितंबर को जब राहु और केतु ने अपनी राशियां बदली और इससे पहले 13 सितंबर को देव गुरु बृहस्पति धनु राशि में और बाद में 29 सितंबर को शनि देव मकर राशि में मार्गी होकर सीधी चाल चलने लगे तो ग्रहों के इस सुखद परिवर्तन के सुखद नतीजे भी सामने आने ही थे।
Prediction Astrology: 13 सितंबर 2020 को शनि देव अपनी ही धनु राशि में मार्गी हुए यानी शुभ स्थिति में आ गए और उसके बाद 23 सितंबर को राहु भी मिथुन राशि से वृषभ राशि में गए और केतु धनु राशि से वृश्चिक राशि में आ गए। 29 सितंबर को शनिदेव भी अपनी मकर राशि में सीधी चाल चलने लगे। शनि की चाल ने भी अपना शुभ रंग दिखाना शुरू किया और राहु की स्थिति ने भी हालात को एक सकारात्मक मोड़ दिया।
बहुत से ज्योतिषाचार्य वृषभ राशि को राहु की उच्च राशि मानते हैं और वृश्चिक राशि को केतु की उच्च राशि मानते हैं और उस लिहाज से यह दोनों पाप ग्रह अपनी उच्च राशियों में हैं और अब सुखद प्रभाव देने लगे हैं। शनि और बृहस्पति भी शुभ स्थिति में हैं। लिहाजा आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण की वजह से देश में मृत्यु दर में भी और अधिक कमी आएगी और संक्रमण की रफ्तार भी धीरे-धीरे सुस्त पड़ती चली जाएगी। आखिर राहु - केतु ,शनि और बृहस्पति अब पॉजिटिव नतीजे देने लगे हैं। पहले भी इस दुनिया में कोरोना संक्रमण को तेजी से बढ़ाने और अब करोना संक्रमण की रफ्तार थामने में राहु सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।
गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com