Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Jun, 2020 07:24 AM
कोरोना वायरस महामारी के कारण आज इंडस्ट्री, श्रमिक व रोजगार की समस्याएं पैदा हो चुकी हैं। इस संबंध में ज्योतिषीय दृष्टि से सितारे क्या कहते हैं। इस संबंध में ज्योतिषी इंद्रजीत साहनी का मानना है कि शनि 11 मई
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जालन्धर (धवन): कोरोना वायरस महामारी के कारण आज इंडस्ट्री, श्रमिक व रोजगार की समस्याएं पैदा हो चुकी हैं। इस संबंध में ज्योतिषीय दृष्टि से सितारे क्या कहते हैं। इस संबंध में ज्योतिषी इंद्रजीत साहनी का मानना है कि शनि 11 मई को वक्री अवस्था में आ चुके हैं। श्रमिकों की समस्याएं विश्व भर में 29 सितम्बर 2020 तक ही हल हो सकेंगी परन्तु इनका प्रभाव पहले आना शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि 13 मई से शुक्र भी वक्री अवस्था में आ चुके हैं। ऐसी स्थिति में सरकार अपना धन अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लगातार खर्च करेगी। यह स्थिति जून अंत तक बनी रहेगी। लोग एक स्थान से दूसरे स्थान को जाने को लेकर चिंतित रहेंगे। सरकार अपने खर्चों को नियंत्रण में लाएगी। 25 जून के बाद सरकार अपनी नीतियों से संतुष्ट दिखाई देगी तथा सरकार धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था में पूंजी को डालने की कोशिश करेगी।
उन्होंने कहा कि 14 मई से बृहस्पति भी वक्री अवस्था में आ चुके हैं इसलिए सरकार द्वारा पहले लिए गए कुछ निर्णयों को बदला जा सकता है। 1 जुलाई से परिस्थितियां सामान्य होती हुई दिखाई देंगी। पुराने नियमों को संशोधित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना महामारी से घबराने की जरूरत नहीं है। 10 सितम्बर से 14 नवम्बर 2020 तक मंगल भी वक्री अवस्था में रहेंगे। उन्होंने कहा कि मंगल के वक्री होने से कुछ स्थानों पर योजनाओं को लेकर प्रतिबंध लगेंगे, सीमाओं पर तनाव की स्थिति या झड़पें हो सकती हैं। कुछ स्थानों पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना को बुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ने जो वित्तीय हालात पैदा किए हैं। उनसे पूरा विश्व अंतत: सितम्बर 2021 के बाद ही पूरी तरह से बाहर आ सकेगा। उन्होंने कहा कि अंतत: कोरोना वायरस का आर्थिक परिस्थितियों पर असर लम्बे समय तक मौजूद रहने के आसार हैं।