Kundli Tv- देवशयनी एकादशी: ये है व्रत विधि और पारण समय

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Jul, 2018 03:20 PM

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23 जुलाई से 19 नवम्बर तक भगवान श्री विष्णु लक्ष्मी जी सहित क्षीर सागर में शयन करेंगे तथा 19 नवम्बर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की देव प्रबोधिनी एकादशी पर उठेंगे। पद्मपुराण के अनुसार इन चार महीनों में भगवान विष्णु के दो रूप अलग-अलग स्थान पर वास करते...

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23 जुलाई से 19 नवम्बर तक भगवान श्री विष्णु लक्ष्मी जी सहित क्षीर सागर में शयन करेंगे तथा 19 नवम्बर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की देव प्रबोधिनी एकादशी पर उठेंगे। पद्मपुराण के अनुसार इन चार महीनों में भगवान विष्णु के दो रूप अलग-अलग स्थान पर वास करते हैं। उनका एक स्वरूप राजा बलि के पास पताल और दूसरा रूप क्षीर सागर में शेषनाग की शैय्या पर शयन करता है। इसी कारण इन चार महीनों में विवाह आदि शुभ कार्य नहीं किए जाते। 23 जुलाई को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी है। इसे हरिशयनी, देवशयनी, विष्णुशयनी, पदमा एवं शयन एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत के प्रभाव से लोक में भोग और परलोक में मुक्ति प्राप्त होती है। 

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व्रत में क्या करें
प्रात: सूर्योदय से पूर्व उठकर अपनी दैनिक क्रियाओं से निवृत होकर कमल नेत्र भगवान विष्णु जी को पीत वस्त्र ओढ़ाकर धूप, दीप, नेवैद्य, फल और मौसम के फलों से विधिवत पूजन करना चाहिए तथा विशेष रूप से पान और सुपारी अर्पित करनी चाहिएं। 

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क्या कहते हैं विद्वान
अमित चड्डा का कहना है कि इस एकादशी से शुरु किए गए पुण्यकर्मों का फल भी करोड़ों गुणा अधिक है इसलिए इस व्रत का नियम से सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने बताया कि व्रत में दान आदि की अत्यधिक महिमा है और दान सदा सुपात्र को देना चाहिए क्योंकि कुपात्र को दान देने वाला भी नरकगामी बनता है। दान देते समय मन में किसी प्रकार के अभिमान, अहंकार यानि कर्ता का भाव नहीं रखना चाहिए बल्कि विनम्र भाव से अथवा गुप्त दान करने का अधिक फल है। एकादशी व्रत में मंदिर में दीपदान करना, रात्रि हरिनाम संकीर्तन करना और तुलसी पूजन करने से प्रभु अधिक प्रसन्न होते हैं। ‘गौडीय वैष्णव व्रत उत्सव निर्णय पत्रम’ के अनुसार व्रत का पारण 24 जुलाई को होगा परंतु पारण का समय विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग होगा जो निम्नलिखित समय से पहले किया जाना चाहिए।

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पंजाब में पारण समय प्रात: 10:14, चण्डीगढ़, हरियाणा और दिल्ली में प्रात: 10:10,हिमाचल प्रदेश में प्रात: 10:09,राजस्थान में 10:29,उत्तराखण्ड में 10:06,यू.पी में 9:54, बिहार में 9:40,झारखण्ड में 9:41,मध्यप्रदेश में 10:13,छतीसगढ़ में 9:57,जम्मू में 10:16, मुम्बई में 10:33 और हैदराबाद में प्रात: 10:11 से पहले किया जाना चाहिए।

वीना जोशी, जालंधर
veenajoshi23@gmail.com

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